नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के युवाओं को बाबा साहब आंबेडकर के व्यक्तित्व से प्रेरणा लेते हुए अपने लक्ष्य पर अडिग रहने का संदेश दिया है। साथ ही उन्होंने देश और समाज कल्याण के लिए युवाओं से बढचढ कर हिस्सा लेने का आह्वान किया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को राजधानी दिल्ली में चल रहे राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) के गणतंत्र दिवस शिविर-2016 के समापन समारोह में पहुंचे। दिल्ली छावनी के गेरीसन परेड ग्राउन्ड में लगाए गए शिविर में प्रधानमंत्री मोदी ने कैडेटों से मुलाकात की और उनके द्वारा तैयार की गई झांकियों का निरीक्षण किया।
इस मौके पर थल सेना प्रमुख जनरल दलबीर सिंह सुहाग, एनसीसी के महानिदेशक लेफ्टिनेंट-जनरल अनिरुद्ध चक्रवर्ती सहित कई अन्य अधिकारी मौजूद थे।
शिविर के समापन समारोह में देश भर के 17 एनसीसी निदेशालयों से आए 2069 कैडेटों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि एनसीसी युवाओं को देशभक्ति और अनुशासन की शक्ति देता है और यहां अपनेपन का अहसास होता है। इस उम्र में देशभक्ति लगातार उर्जा बनकर सपनों के साथ रगो में बहती रहती है और छात्र अपने लक्ष्य के हासिल करने के लिए डट कर काम करके अपने सपनों को पूरा कर सकते हैं।
बाबा साहब आंबेडकर के जीवन का उदाहरण देते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि देश बाबा साहब भीम राव आंबेडकर की 125वें जन्मदिन समारोह मना रहा है। जिंदगी भर आलोचनाएं सहन करने के बावजूद, वह अपने लक्ष्य से कभी नहीं भटके और उन्होंने देश को अमृत जैसा संविधान दिया। आलोचनाओं के बावजूद उन्होंने कभी भी किसी के लिए गलत नहीं सोचा और न ही उनके अंदर बदले की भावना पैदा हुई। उनका व्यक्तित्व हमें प्रेरणा देता है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि गणतंत्र दिवस समारोह के लिए देश भर से एकत्रित हुए बच्चे दिन रात मेहनत करते हैं। हालांकि शुरू में कठिनाई होती है। लेकिन बाद में जो अपनी कमजोरियों पर जीत हासिल कर आगे बढ़ता है, वही असल मायने में जीवन जीता है।
एनसीसी के गणतंत्र दिवस शिविर में सभी कैडेटों को सामूहिक जीवन जीने का अनुभव प्राप्त होता है। यहां पर जब कश्मीर का एक बालक जब केरल के एक बालक से जुड़ता है तो दोनों राज्यों के मन आपस में जुड़ जाते हैं। लेकिन छात्रों को इस बात पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए कि जो कुछ भी उन्होंने इस वार्षिक शिविर में सीखा है, उसे वह अपने गांवों एवं शहरों तक कैसे पहुंचाए? छात्रों को एनसीसी में मिलने वाले अपने अनुभवों का विस्तार करके समाज कल्याण में भागीदार बनना चाहिए।