पटना। देश में पीएम सीट के लिए अभी पन्द्रह वर्षों तक कोई वैकेंसी नहीं है। नरेन्द्र मोदी अभी 15 साल पीएम रहेंगे। इसलिए नीतीश कुमार को उतावला होने की जरूरत नहीं है। वह अपनी कमी और जन समस्याओं से जनता का ध्यान हटाने के लिए प्रोपेगंडा कर रहे हैं।
शनिवार को पार्टी कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत में केंद्रीय मंत्री व लोजपा प्रमुख रामविलास पासवान ने उपरोक्त बातें कहीं। रामविलास पासवान ने शनिवार को पत्रकारों से बातचीत में कहा कि जिन दलों की बदौलत दिल्ली की कुर्सी पर खुद को शुशोभित नीतीश करना चाह रहे हैं, वहीं पर पीएम कैंडिडेटों की भरमार है।
मुलायम सिंह यादव, जयललिता और मामता बनर्जी जैसे कई नेता पीएम पद के दावेदार हो सकते हैं। नीतीश कुमार के पक्ष में शरद पवार का बयान आया तो कई नेता विरोध में भी खड़े हो गए। कांग्रेस ने भी उनकी इस मुहिम का विरोध किया है।
पवार के पास तो मात्र छह एमपी हैं। सांसदों की उतनी संख्या मेरे पास भी है, जहां तक लालू प्रसाद का मामला है तो वह सिर्फ अपना गेम खेलते हैं। अब तक जो उनके साथ गया वह सुरक्षित नहीं रहा।
उन्होंने कहा कि बिहार सरकार खाद्य सुरक्षा कानून के प्रति संवेदनशील नहीं है। सभी राज्यों में कानून लागू होने के बाद स्थिति बदल गई है, लेकिन बिहार ने अभी सुधारवादी कदम उठाए ही नहीं हैं।