मुरैना। प्रदेश के बहुचर्चित पीएमटी प्रवेश फजीवार्डे के में आरोपी बनाए गए एक चिकित्सा छात्र ने शुक्रवार को सांक नदी में कूदकर अपनी ईहलीला समाप्त कर ली। एबी रोड पर स्थिति नूरावाद पुल से इस छात्र ने नदी में छलांग लगा दी। सूचना मिलने पर गोताखोरों की मदद से पुलिस ने शव निकाला और पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया।
नूरावद पुलिस के अनुसार शुक्रवार को करीब तीन बजे के आसपास एक युवक सांक नदी के पुल से नदी में कूद गया। पुल के पास ही कुछ बच्चे क्रिकेट खेल रहे थे, उन्होंने इसकी सूचना पुलिस को दी। नूरावद पुलिस ने तुरंत गोताखोरों को नदी में उतारा। काफी समय बाद युवक मिला तो उसे बाहर निकाला गया, तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। इस युवक की पहचान बाद में ग्वालियर के वहोडापुर स्थित आनन्द नगर बी ब्लाॅक निवासी ललितकुमार गोलाइया पुत्र बाबूलाल गोलइया के रूप में हुई। युवक के परिजनों को इसकी सूचना दी गई। उल्लेखनीय है कि ललित मध्यप्रदेश के बहुचर्चित पीएमटी फर्जीवाडे के आरोपियों में से एक था। वह इस मामले में जेल भी गया और कुछ दिन पहले ही जमानत पर बाहर निकला था। हाल ही में उसने अपने परिजनों से पैसे मांगे थे तो परिजनों ने एक बार तो उसे दे दिए, लेकिन यह खतम हो जाने पर शुक्रवार को फिर उसने मां और भाईयों से पैसे मांगे, लेकिन पैसों की व्यवस्था नहीं हो पाई। इसके बाद ललित ने नूराबाद स्थित पुुलिया के पास अपनी मोटरसाइकिल खडी करी और जेकेट को बाहर ही टांग कर नदी में कूद गया। पुलिस को उसकी जेब से दो पेज का सुसाइड नोट भी मिला। इसमें लिखा हुआ है कि वह पीएमटी फर्जीवाडे के मामले में बुरी तरह से फंस गया है और उसके बचने की कोई उम्मीद नहीं है, उसका जीवन इस मामले मे बर्बाद हो गया है। इसलिए वह आत्महत्या कर रहा है।
24 आरोपियों की विडियो काॅन्फ्रेंसिंग से हुई पेशी
भोपाल। राज्य में 2013 में पीएमटी परीक्षा में हुए फर्जीवाडे मामले के 32 आरोपियों के खिलाफ सीजेएम कोर्ट में पूरक चालान पेश किया गया।
सीजेएम पंकज सिंह माहेश्वरी की अदालत में 572 पन्नों के चालान के साथ 78 गवाहों की सूची प्रस्तुत की गई। इस मामले में 24 आरोपियों जेल से वीडियो कॉन्फें्रसिंग के माध्यम से पेशी करवाई गई, वहीं शेष आरोपियों को कोर्ट ने पचास हजार रुपए की जमानत पर छोड दिया, जिन्हें 30 जनवरी को पेश होना था। इन्हीं में से एक ने शुक्रवार को नुरावदा में आत्महत्या कर ली।
एसटीएफ ने प्रमोद चैधरी, विवेक यादव, पुरूषोत्तम दास गौतम, डॉ. चंद्रशेखर , महेन्द्र सिंह, सुरेन्द्र सिंह , सुनील पाटीदार, गोकुल सिंह राव, मोहनलाल सहित अन्य के खिलाफ पूरक चालान पेश किया है। इस प्रकरण में अब तक 366 आरोपियों के खिलाफ चालान पेश हो चुका है। 7 नवंबर 2014 तक कुल 334 आरोपियों के खिलाफ चालान पेश किया गया था। वहीं 2 आरोपियों के नाबालिग होने से उनका मामला किशोर न्यायालय स्थानांतरित कर दिया गया।
उल्लेखनीय है कि पीएमटी परीक्षा 2013 में फर्जीवाडे का खुलासा 7 जुलाई, 2013 को इंन्दौर स्थित राजेन्द्र नगर पुलिस थाने ने किया था। पुलिस को सूचना मिली थी कि पीएमटी परीक्षा 2013 में शामिल होने के लिए उत्तरप्रदेश से कुछ फर्जी परीक्षार्थी उम्मीदवार परीक्षा देने आये हैं, जो बायपास रोड राऊ स्थित होटल पथिक में ठहरे हैं। सूचना के आधार पर पुलिस ने होटल में फर्जी उम्मीदवारों को पकड़ा था।