सबगुरु न्यूज-सिरोही। बाहरी घाटा हनुमान मंदिर के बाहर रुकने वाले वाहनों को पुलिस ने पाबंदी लगा दी है। यहां पर वाहन रोकने के आरोप में पुलिस ने दो जनों को शांति भंग में गिरफ्तार भी किया है। यहां पर पुलिस की पेट्रोलिंग वाहन भी खडा किया गया। इसमें सवार पुलिसकर्मी यहां रुकने वाले वाहनों को यहां से रवाना कर रहे थे।
सिरोही पुलिस रविवार को एकाएक जागी। उन्हें बाहरी घाटा हनुमान मंदिर के बाहर रास्ते में रुकने वाले वाहन चालकों के द्वारा दिया जाने वाला दान वसूली लगा। ऐसे में उन्होंने यहां पर मार्ग पर खडे विनोद पुत्र भंवरलाल व प्रदीप पुत्र भंवरलाल को थाने ले आई।
मामला तूल पकडने लगा तो आला अधिकारियों ने इसे रास्ता रोककर वसूली बताया। विवाद बढने की आशंका में बाद में कोतवाली पुलिस ने दोनों को बाहरी घाटा में आने जाने वाले वाहनों को रुकवाने और मना करने पर नहीं मानने की रिपोर्ट दर्ज कर शांतिभंग में आरोप में गिरफ्तार बताया।
-वसूली तो शांतिभंग की कार्रवाई क्यों
वैसे बाहरी घाटा हनुमान मंदिर मार्ग के डिवाइडर पर खडे होकर, दानपात्र लगाकर प्रसाद आदि देने को लेकर पूर्व में एनएचएआई के अधिकारी भी चेतावनी दे चुके हैं, लेकिन रविवार को पुलिस के एकाएक जागने के पीछे का कारण समझ से परे है। फोरलेन बनने से पहले बाहरी घाटा मौत का घाटा कहलाता था।
यहां पर होने वाली दुर्घटनाओं से बचाने के लिए इस मार्ग से गुजरने वाले वाहनचालक यहां हनुमान मंदिर में प्रार्थना करते हैं और आगे बढते हैं। इस मार्ग पर चलने वाले वाहन चालकों की दिनचर्या मे ंये शामिल हो गया है। रविवार को पुलिस को एकाएक वाहनचालकों की ओर से दिया जाने वाला दान वसूली लगने लगा।
ऐसे में सवाल यह उठा कि तो पुलिस ने शांतिभंग की बजाय एक्सटोर्शन की धाराएं क्यों नहीं लगाईं। बाद में मंदिर के बाहर ही पुलिस के आला अधिकारियों ने हाइवे पेट्रोलिंग वाहन खडा करके यहां वाहनों को रुकने नहीं दिया और सीधे रवाना कर दिया गया।
वैसे करीब पांच साल पहले इसी तरह पूर्व जिला कलक्टर शिल्पा शिंदे भी यहां वाहन रुकने से रास्ता जाम होने के कारण दानपात्र को उठा लाई थीं। तब फोरलेन नहीं बना था।
-मावल चेकपोस्ट पर भी नजर रखेगी पुलिस!
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार आबूरोड के मावल स्थित आरटीओ चेकपोस्ट के पास भी काफी दुर्घटनाएं होती हैं। यहां तो कई बार जानें भी जा चुकी है। समाचार पत्रों में इसे लेकर लगातार अभियान चले। आरोप यह था कि यहां पर मुख्यमार्ग पर ही वाहनों को रुकवाने के कारण यह एक्सीडेंट होते हैं।
अब पुलिस की बाहरी घाटे की कार्रवाई के बाद वाहनचालकों को मावल चेकपोस्ट पर भी मुख्यमार्ग खाली करवाने और पुलिस पेेट्रोलिंग वाहन के द्वारा वहां पर वाहनों को नहीं रोके जाने की पुख्ता व्यवस्था किए जाने की आशा जगी है।