अजमेर। जनाना अस्पताल में दो दिन पूर्व हत्या की शिकार हुई नवजात बालिका दुराचार का परिणाम थी। नाजायज संतान को जन्म देने वाली नाबालिग 15 वर्षीया किशोरी आठ माह पूर्व बलात्कार की शिकार हुई थी।
जिसके संबंध में क्रिश्चियन गंज थाना पुलिस ने पीडि़त किशोरी की शिकायत पर आरोपी दुराचारी के खिलाफ जीरो नम्बरी एफआईआर दर्ज करके नागौर के पादू थाना पुलिस को भेजी है।
दूसरी आेर नवजात बालिका की हत्या के आरोप में एक युवती को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है, जबकि दूसरी आरोपी महिला की तलाश सरगर्मी से शुरू कर दी है।
क्रिश्चियन गंज थाना प्रभारी डीएसपी नेम सिंह ने बताया कि जनाना अस्पताल में नवजात की हत्या प्रकरण में नवजात बालिका को जन्म देने वाली पीडि़त किशोरी ने पुलिस को शिकायत दी है कि परबतसर में आठ माह पूर्व राजू नामक युवक ने उसके साथ दुष्कर्म किया था, लेकिन लोक लाज के भय से उसने यह बात अपने मातापिता सहित अन्य किसी रिश्तेदार को नहीं बताई थी।
इसके अलावा पीडि़त किशोरी के साथ दुराचार करने के आरोपी राजू ने बलात्कार करने के बाद पीडि़ता को यह धमकी भी दी थी कि यदि उसने यह बात किसी को बताई तो वह उसके परिवार वालों तथा उसे जान से मार देगा।
शिकायत में यह भी बताया गया कि बाद में जब पीडि़ता के गर्भ ठहरने का पता चला तो बहुत देर हो चुकी थी जिसके कारण पीडि़ता के मातापिता ने पुत्री की जान को खतरा होने के भय से गर्भ गिराने का प्रयास तक नहीं किया।
डीएसपी नेम सिंह ने बताया कि दुराचार के आरोपी नागौर के पादू थाना इलाके के गांव नीमडी निवासी राजू के खिलाफ भारतीय दण्ड संहिता की धारा 376, 384 तथा पोस्को एक्ट की धारा 5 व 6 के तहत जीरो नम्बरी एफआईआर दर्ज करके पादू थाना पुलिस को भेजी गई है।
सिंह का कहना है कि बलात्कार किए जाने का घटना स्थल गांव नीमडी, पुलिस थाना पादू, जिला नागौर होने के कारण उक्त कदम अजमेर पुलिस द्वारा उठाया गया है, जिसके तहत दुराचार संबंधी आगे का अनुसंधान अब पादू थाना पुलिस करेगी।
नेमसिंह ने यह भी बताया कि नवजात की मौत के संबंध में प्रसूता किशोरी की मां तथा एक अन्य महिला के खिलाफ आईपीसी की धारा 315 के तहत एएसआई बाबूलाल की शिकायत पर मुकदमा दर्ज करके प्रसूता की मां को बीती रात गिरफ्तार कर लिया, जबकि मामले की सहआरोपी महिला फिलहाल फरार है, जिसकी तलाश जारी है।
गौरतलब है कि दो दिन पूर्व जनाना अस्पताल में नाबालिग किशोरी ने एक कन्या नवजात शिशु को जन्म दिया था और बाद में उसकी संदिग्ध परिस्थिति में मौत होने के बाद क्रिश्चियन थाना पुलिस जनाना अस्पताल प्रशासन की शिकायत पर हरकत में आई थी और नवजात बालिका के शव को कब्जे में लेकर जवाहर लाल नेहरू अस्पताल के मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम कराने के बाद हत्या के आरोप में गिरफ्तारी का सिलसिला शुरू कर दिया।