सबगुरु न्यूज-सिरोही। रेवदर वृत्त के रेवदर और अनादरा थाना क्षेत्र में बुधवार को मिले दो अधजले शवों के पीछे की कहानी को पुलिस ने काफी हद तक सुलझा लिया है।
पुलिस इस मामले में मृतक कालूराम कलबी के छाटे भाई को इस मामले में गिरफ्तार किया है। उससे और जानकारियां जुटाई जा रही है। इस हत्याकांड को लेकर पुलिस अधीक्षक की ओर से पत्रकार वार्ता करके संपूर्ण प्रकरण का विस्तार से खुलासा करने की संभावना भी है। जिसमें पूरे क्राइम प्लॉट का खुलासा हो सकेगा।
अनादरा पुलिस के अनुसार बुधवार को रेवदर थाना क्षेत्र के ईदरला में युवती और अनादरा थाना क्षेत्र के सनपुर में मिले युवक के शव की गुत्थी को काफी हद तक सुलझा लिया गया है। इस मामले में मृतक कालूराम पुत्र कानाराम कलबी के छोटे भाई प्रकाश पुत्र कानाराम को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस की ओर से की गई प्राथमिक पूछताछ में उसने अपने भाई और भाभी की हत्या करना स्वीकार किया है। फिलहाल पुलिस इस प्रकरण में और जानकारियां जुटाने का प्रयास कर रही है।
-संपत्ति में हिस्सेदारी से नाराज
एएसपी प्रेरणा शेखावत के अनुसार इस हत्या के पीछे की मूल वजह संपत्ति की हिस्सेदारी थी। कालूराम पुत्र कानाराम ने कर्नाटक के बेलगाम जिले के खानपुर काम करते हुए आशिया नामक युवती से शादी कर ली थी। इसे लेकर वहीं पर काम करने वाला उसका छोटा भाई प्रकाश व परिवार वाले भी उससे नाराज थे।
मृतक कालूराम अपने परिवार की पैतृक संपत्ति में से अपना हिस्सा मांग रहा था। इसे लेकर प्रकाश खुश नहीं था। वह उसके अन्य धर्म में शादी करने के कारण इसके लिए काबिल नहीं मानता था। संपत्ति के हिस्सेदारी की बात करने के लिए ही जब कालूराम और उसकी पत्नी आशिया यहां पहुंचे तो उसका भाई प्रकाश उनसे मिला।
उसने आशिया को कालूराम के साथ देखते ही उसका गला दबाकर मार दिया। इसके बाद वह कालूराम को अपने कुएं पर ले आया जहां पर अपने चचेरे भाई सतीश के साथ मिलकर उसकी हत्या कर दी। इनकी पहचान छिपाने के लिए इनका चेहरा जला दिया था।
-पुलिस पहुंची आशिया के घर
पुलिस के अनुसार मृतका आशिया की जानकारी के लिए पहुंचा। उसे वहां बताया गया कि प्रकाश और मृतका के बीच भी बनती नहीं थी। कालू और आशिया के संबंधों में खिंचाव चल रहा था।
-पुलिस को भ्रमित करने में कमी नहीं छोड़ी
मृतक कालूराम के छोटे भाई प्रकाश ने पुलिस को इस प्रकरण में अपनी लिप्तता छिपाने के लिए भ्रमित करने में कोई कमी नहीं छोड़ी। पहले तो वह इस अपराध में अपनी लिप्तता से भी मना करता रहा। बाद में उसने भाई की हत्या करना स्वीकार किया, लेकिन भाभी आशिया की हत्या का आरोप मृतक कालूराम पर ही डालता रहा। पुलिस को उसके इस बयान पर भी विश्वास नहीं हुआ उसे विश्वास में लेकर और पूछताछ की तो उसने इस प्रकरण के राज खोले। पुलिस को इस मामले में और लोगों की लिप्तता की भी आशंका है।