उदयपुर। मोहनलाल सुखाडिय़ा केन्द्रीय छात्रसंघ चुनाव में शुक्रवार को बड़ा उलटफेर होने और एनएसयूआई प्रत्याशी का नामाकंन निरस्त होने के बाद शनिवार को कॉलेज में एक-दूसरे के खिलाफ नारेबाजी व हंगामे की स्थिति से निपटने के लिए पुलिस ने लाठियां भांजकर छात्रों को खदेड़ा।
छात्रसंघ अध्यक्ष के लिए एबीवीपी के सोनू अहारी के निर्विरोध निर्वाचन के बाद शनिवार को कामर्स कॉलेज में दोनों संगठनों के छात्र एकत्रित हो गए। वे शेष प्रत्याशियों के लिए प्रचार कर रहे थे।
कॉलेज में खासी संख्या में एनएसयूआई और एबीवीपी के कार्यकर्ता एकत्रित हो गए। कार्यकर्ताओं ने एक-दूसरे को देखकर नारे लगाने शुरू कर दिए। कुछ ही देर में माहौल बिगडऩे लगा। दोनों संगठनों के कार्यकर्ता नारेबाजी करते हुए एक-दूसरे के सामने आ गए।
इसी दौरान सूचना पर मौके पर जाब्ता आ गया। जाब्ते ने दोनों दलों के कार्यकर्ताओं को कॉलेज से जाने के लिए कहा। इसके बाद भी आमने-सामने होने और एक-दूसरे से भिडऩे की स्थिति को देखकर पुलिस जाब्ते ने लट्ठ लहराने शुरू कर दिए।
पुलिस ने जैसे ही हवा में लट्ठ लहराए तो छात्रों में हडक़ंप मच गया और छात्र इधर- उधर भागने लगे। पुलिस ने भी छात्रों को काफी दूर तक खदेड़ दिया। कॉलेज में आफरा-तफरी का माहौल बन गया। इस दौरान मौके पर एनएसयूआई और एबीवीपी के पदाधिकारी पहुंच गए। जिन्हें पुलिस ने समझाया और वहां से रवाना किया।
कॉलेजों में भारी जाब्ता तैनात
शुक्रवार को हुए नाटकीय घटनाक्रम के बाद पुलिस को अंदेशा है कि प्रचार के दौरान कहीं ना कहीं छात्र आपस में भिड़ सकतें है। इसी अंदेशे के चलते कॉलेजों में भारी जाब्ता तैनात किया हुआ है। पुलिस का जाब्ता कॉलेजों में एकत्रित हो रहे छात्रों को हटा रहा है और हंगामा होने से रोक रहा है।
कॉलेजों में बना चर्चा का विषय
इधर, शुक्रवार को हुए एबीवीपी के सोनू अहारी के निर्विरोध निर्वाचन होने के बाद कॉलेजों में सुबह से ही चर्चा का विषय बना हुआ है। छात्र-छात्राएं आपस में चर्चा कर एबीवीपी को शातिर और समझदार बता रहे हैं तो एनएसयूआई के प्रत्याशी की गलती बता रहे है।
शपथ 26 को, एनएसयूआई गई हाईकोर्ट
मोहनलाल सुखाडिय़ा विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव के अध्यक्ष पद पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के इकलौते प्रत्याशी रहने के बाद उसका निर्विरोध निर्वाचन हो गया लेकिन उसे शपथ 26 अगस्त को ही दिलाई जाएगी। इधर, विश्वविद्यालय के फैसले के खिलाफ एनएसयूआई ने हाईकोर्ट में अपील दायर की है।
शनिवार को एबीवीपी पदाधिकारियों के अलावा भाजपा एवं इससे जुड़े संगठनों के नेताओं ने सुखाडिय़ा विश्वविद्यालय प्रबंधन पर दबाव बनाया कि वह निर्विरोध निर्वाचित छात्रसंघ अध्यक्ष एवं एबीवीपी प्रत्याशी सोनू अहारी को अध्यक्ष पद की शपथ शनिवार को दिलाएं। लेकिन विश्वविद्यालय प्रबंधन ने साफ कर दिया कि चुनाव के घोषित कार्यक्रम के तहत 26 अगस्त को ही शपथ दिलाई जा सकेगी।
गौरतलब है कि विश्वविद्यालय के संविधान, लिंगदोह कमेटी के निर्णय और उच्चतम न्यायालय के आदेशों को आधार बनाते हुए शुक्रवार देर शाम छात्रसंघ अध्यक्ष के लिए एनएसयूआई प्रत्याशी रौनक पुरोहित का नामांकन खारिज कर दिया गया। उसके खिलाफ न्यायालय में विचाराधीन मामले को इसके लिए आधार बताया गया था।
इसके बाद छात्रसंघ अध्यक्ष के लिए इकलौते बचे प्रत्याशी एबीवीपी के सोनू अहारी को निर्विरोध अध्यक्ष घोषित कर दिया गया। एबीवीपी पदाधिकारियों ने शुक्रवार एवं शनिवार को छात्र कल्याण अधिष्ठाता कार्यालय पहुंचकर दबाव बनाया कि सोनू को शपथ दिलाई जाए। जबकि छात्र अधिष्ठाता कार्यालय से जाहिर किया है कि 26 अगस्त को सभी विजेताओं को एक साथ शपथ दिलाई जाएगी।
इधर, छात्रसंघ अध्यक्ष एवं एनएसयूआई नेता हिमांशु चौधरी और पूर्व अध्यक्ष परमवीरसिंह चुण्डावत ने पार्टी प्रत्याशी रौनक पुरोहित के नामांकन को निरस्तकिए जाने के विरोध में हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। उनका कहना है कि वह पूर्व में दिए हाईकोर्ट के आदेश को निरस्त कराने का प्रयास कर रौनक पुरोहित को चुनाव लडऩे का अधिकार दिलाने के लिए प्रयास में जुटे हैं।