वाराणसी। अलग पूर्वांचल राज्य की मांग को लेकर रविवार को ही दशाश्वमेध घाट पर गंगा में 15 दिवसीय जल सत्याग्रह शुरू हुआ। गंगा में जैसे ही सत्याग्रह शुरू हुआ सूचना मिलते ही मौके पर पुलिस पहुंच गई और नगर में लागू धारा 144 का हवाला देकर सत्याग्रह कर रहे कार्यकर्ताओं को खदेड़ दिया। माना जा रहा है कि मथुरा में सत्याग्रहियों की कुत्सित हरकत देख यह कदम उठाया गया।
इसके पूर्व दशाश्वमेध घाट पर पूर्वांचल राज्य संगठन के बैनर तले कार्यकर्ता जुटे जिसमें महिलाएं भी शामिल थी। घाट पर गंगा में उतर कार्यकर्ता अलग पूर्वांचल राज्य की मांग कर पोस्टर बैनर लहराने लगे। यह देख घाट पर लोगों की भीड़ जुट गयी। तब तक सूचना पाकर आनन-फानन में पुलिस भी पहुंच गई और घाट से सत्याग्रह को समाप्त करा प्रर्दशन कारियों को वापस भेजा।
इस दौरान पूर्वांचल राज्य संगठन के मुख्य कार्यकारी संयोजक अनुज राही हिन्दुस्तानी ने पत्रकारों को बताया कि हमारा संगठन पिछले कई सालों से पूर्वांचल राज्य की मांग की कर रही है ,जिसे लेकर आज हम दशाश्वमेघ घाट पर पहुंचे और गंगा के पानी में खड़े होकर जल सत्याग्रह किया।
बतादें, मथुरा काण्ड के बाद वाराणसी पुलिस ऐसे सत्याग्रह को लेकर काफी सचेत है और यही कारण है कि पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को जल सत्याग्रह की इजाजत नहीं दी।