इंदौर। खजराना थाना क्षेत्र के दिलीप नगर में उस समय अजीब स्थिति पैदा हो गई, जब पुलिस ने मृत महिला को दफनाने से रोक दिया। महिला की निजी अस्पताल में इलाज के दौरान मृत्यु हो गई थी।
परिवार के लोग मृत महिला का शव घर ले गए और अंतिम संस्कार की तैयारी की जाने लगी। जनाजे के पूर्व नमाज भी हो गई और जनाजा निकालने के पहले ही अचानक पुलिस आ गई व शव दफनाने से रोका।
इस बात को लेकर परिजनों की पुलिस से काफी हुज्जत हुई, लेकिन उनकी एक न सुनते हुए पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल पहुंचा दिया।
दिलीप नगर में रहने वाली रूखसाना बी शुगर की बीमारी से पीडि़त थी और उसे पैर में चोट भी लगी थी। परिजनों ने पहले तो उसे एमवाय अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती कराया। बाद में रूखसाना को भंडारी अस्पताल ले जाया गया।
जहां दो दिन तक चले उपचार के दौरान मंगलवार को रूखसाना की मौत हो गई। यह बात परिजनों को पता चली तो वह अंतिम संस्कार के लिए शव को ले गए और तैयारी की जाने लगी।
बताया जाता है कि जनाजे की नमाज भी हो गई थी, इसी बीच पुलिस पहुंची और जनाजा निकलने से यह कहते हुए रोक दिया कि महिला की संदिग्ध स्थितियों में मौत हुई है। पोस्टमार्टम के बाद ही शव को दफनाया जाए।
पुलिस के पहुंचने और जनाजे को रोकने से परिजन व अन्य लोग आक्रोशित हो गए। बताया जाता है कि काफी देर तक उन्होंने पुलिस से हुज्जत भी की, लेकिन पुलिस वालों ने उनकी एक न सुनी और शव को पेास्टमार्टम के लिए एमवाय अस्पताल पहुंचाया।
भण्डारी हॉस्पिटल द्वारा महिला की मौत के बाद पुलिस को सूचना दी गई थी कि रूखसाना की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हुई है। हालांकि परिजनों का कहना है कि रूखसाना की बीमारी के चलते मौत हुई है।