सबगुरु न्यूज-सिरोही। बारिश का दौर हल्का पडने के बाद गुरुवार को जिले भर में नेताओं को अतिवृष्टि प्रभावित क्षेत्रों में निरीक्षण और नुकसान से प्रभावित लोगों से मिलने का सिलसिला शुरू हो गया।
पूर्व विधायक संयम लोढा ने गुरूवार को भारी बारिश से क्षतिग्रस्त जावाल बरलुट पुलिया का निरिक्षण किया। पूर्व विधायक संयम लोढा ने टूटे हुए पुल का जायजा लेते हुए कहा कि स्टेट हाइवे की ऐसी दुर्दशा कभी नहीं देखी। पूर्व विधायक संयम लोढा ने कहा कि यदि पाकिस्तान बोर्डर जाने के लिए भारतीय सैनिकांे की कुछ बटालियन को जावाल होकर जाना पडता है तो भी पुल के निर्माण मे जानबुझकर लापरवाही बरती गई।
ग्रामीणो ने पूर्व विधायक संयम लोढा से जावाल के कई इलाको मे पानी की निकासी की समस्या को बताया जिस पर लोढा ने ग्रामसेवक फाऊलाल सुथार को फोन कर तुरंत समस्या समाधान के निर्देश दिये।
इस मौके पर समाजसेवी प्रकाशभाई अग्रवाल,पीसीसी सदस्य हिम्मतभाई सुथार,सवाराम घाँची, जसवंतसिंह,पूर्व उपसरपंच तेजाराम मेगवाल, नगर अध्यक्ष फुलाराम माली,दिलीप अग्रवाल, गोवाराम भाटी,खुशाल परमार,प्रकाश राठौड, मुलाराम परमार,नरेन्द्र पुरोहित, धनाराम भाटी,गनीखान, करणसिंह, कुलदीपसिंह, माली समाज अध्यक्ष प्रताप माली,प्रकाशराज मीणा शिवगंज, कुलदीप परमार, गोविन्दसिंह नारादरा, दशरथसिंह नरूका, श्रीपाल जैन, विक्रम ओड सहित सैकड़ों लोग उपस्थित थे।
उधर कांग्रेस प्रदेश सचिव रंजु रामावत ने रेवदर क्षेत्र के अतिवृष्टि प्रभावित गांवों का दौरा करने के बाद जिला कलक्टर को अतिवृष्टि प्रभावित क्षेत्रों के लोंगों की राहत के लिए त्वरित पैकेज दिलवाने की मांग की है।
अपने भेजे ज्ञापन में उन्होंने बताया कि सिरोही जिले में भारी बारिश से संचार व्यवस्था एवं सड़क मार्ग आज भी अवरुद्ध हैं। विशेष रूप से रेवदर व आबूरोड क्षेत्र के सैकड़ो गाँवों का संपर्क एक दूसरे से टूटा हुआ है। रेवदर तहसील के रोहुआ, धवली,बाठ करेली, अवाड़ा कई गाँवों में संपर्क का कोई साधन नहीं है मोबाइल नेटवर्क नहीं है।
वर्तमान संसाधन एवं राहत सामग्री इस क्षेत्र के लिए नाकाफी है। रेवदर में अभी भी रुक रुक कर बारिश जारी है। रेवदर एवं आबूरोड के कई क्षेत्रों का दौरा करने के बाद दिखे हालातों को जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि रेवदर से मंडार के बीच वरमान के पास और आगे स्टेट हाईवे पर बने पुलिया टूट चुके हैं वही वरमान के पास एमआई टैंक पानी में बह गया है। किसानों को भारी नुकसान हुआ है खेत तालाबो में तब्दील हो गए हैं।
आबूरोड पंचायत समिति के वार्ड के चनार, चंडेला, तलवारनाका, धामसरा और कई गाँवों में मकान टूट गए हैं। चंडेला से आबूरोड के बीच जाम्बुया एवं गोमती ब्रिज टूट गए हैं जोकि आबूरोड जाने का एकमात्र जरिया है। पूरे जिले में सर्वे के माध्यम से सही आंकड़े सामने आएँगे किन्तु प्रथम दृष्टया इस क्षेत्र में पशुधन एवं जनधन की भारी हानि हुई है। जालोर में पथमेड़ा गौशाला एवं सिरोही में नंदीग्राम केशुआ गौशाला में सैकड़ो गायेँ मर गई हैं चारा भीग गया है बहुतसारी गायें बीमार है समय रहते अगर व्यवस्था नहीं की गई तो महामारी फैलने का खतरा है।