जयपुर। नगर निगम की समितियों का गठन और डॉ.दिगम्बर सिंह को बीसका उपाध्यक्ष बनाने के साथ ही प्रदेश में राजनीतिक नियुक्तियां की कवायद शुरू हो गई है। प्रदेश के कई भाजपाई वरिष्ठï नेताओं से मिलकर राजनीतिक नियुक्तियों में अपनी जगह बनाने का प्रयास कर रहें है।
राजनीतिक नियुक्तियों के लिए प्रदेश के कई मंत्रियों के पास बायोडाटा भी पहुंच रहें है। सूत्रों का कहना है कि राजनीतिक नियुक्तियों के लिए सबसे ज्यादा बायोडाटा चिकित्सा मंत्री राजेन्द्र सिंह राठौड़ के पास पहुंचे है। राठौड़ से मुलाकात कर कई भाजपा नेता अपनी राजनीतिक नियुक्ति करवाने का प्रयास कर रहें है।
गत दिनों हुए राजनीतिक घटनाक्रम के बाद अब उम्मीद की जा रही है कि मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे जल्द ही ही राजनीतिक नियुक्तियां करेंगी। इन नियुक्तियों में जातिगत संतुलन बनाए रखने का भी प्रयास किया जा रहा है। यह प्रयास किया जा रहा है कि राजनीतिक नियुक्तियों में भाजपा के कर्मठ लोगों को ही मौका मिले।
जानकारों का कहना है कि मुख्यमंत्री गैर राजनीतिक पृष्ठïभूमि के लोगों को भी राजनीतिक नियुक्तियां दे सकती है, ये वे लोग हैं जिन्होंने भाजपा की सरकार बनाने के लिए पर्दे के पीछे रहकर काम किया था। इनमें पत्रकार, चिकित्सक, समाजसेवी और अन्य क्षेत्र के लोग सम्मिलित है।
राज्य में भाजपा शासन को डेढ वर्ष बीत चुका है इसके चलते अब कयास लगाए जा रहें हैं कि मुख्यमंत्री किसी भी कीमत पर कांग्रेस की राजनीतिक नियुक्तियों में की गई देरी की गलतियों को नहीं दोहराएगी।
पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के साढ़े तीन साल गुजर जाने के बाद इन निगम बोर्डों में नियुक्तियां हुई थी, जिससेे कार्यकर्ताओं में असंतोष था। इसका खामियाजा भी कांग्रेस को विधानसभा चुनाव में उठाना पड़ा था।
इन निगम-बोर्डों में होनी है नियुक्ति
आवासन मंडल, अल्पसंख्यक आयोग, मदरसा बोर्ड, वक्फ बोर्ड, समाज कल्याण बोर्ड, महिला आयोग, अल्पसंख्यक वित्त निगम, मेवात विकास बोर्ड, गौ सेवा आयोग, डांग विकास बोर्ड, बीज निगम, हज कमेटी, पर्यटन निगम, घुमंतू अद्र्ध घुमंतु विभाग, भाषायी अकादमियां, निशक्तजन आयोग प्रमुख हैं। इसके अलावा भी दर्जनों बोर्ड निगम ऐसे हैं जिनमें राजनीतिक नियुक्तियां होनी हैं। इनमें अध्यक्ष के अलावा सदस्यों की नियुक्ति भी की जानी है।