नई दिल्ली/चेन्नई। तमिलनाडु के राजनीतिक दलों ने शुक्रवार को अभिनेता रजनीकांत के समय आने पर राजनीति में शामिल होने के संकेत का आमतौर से स्वागत किया, लेकिन साथ ही उन्हें आगाह भी किया कि राजनीति में रहते हुए सार्वजनिक जीवन जीना आसान नहीं होगा।
पूर्व मुख्यमंत्री और एआईएडीएमके के एक गुट के नेता ओ. पन्नीरसेल्वम ने कहा कि रजनीकांत एक अच्छे नेता हैं और राजनीति में कोई भी आ सकता है, लेकिन उन्हें स्वीकार करने या न करने का आखिरी फैसला जनता ही करेगी।
उन्होंने कहा कि अगर रजनीकांत राजनीति में आते हैं तब भी एआईएडीएमके पर इसका कोई असर नहीं पड़ेगा, बल्कि एआईएडीएमके पर किसी का भी असर नहीं पड़ेगा।
पन्नीरसेल्वम के गुट के नेता और पूर्व मंत्री केपी मुनुस्वामी ने कहा कि रजनीकांत के लिए राजनीति की बात करना स्वाभाविक है क्योंकि जयललिता के निधन और करुणानिधि के खराब स्वास्थ्य के कारण फिलहाल राज्य की राजनीति में रिक्तता आ गई है।
उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि जब वह राजनीति में आएंगे, तभी उन्हें पता चलेगा कि एक नेता का जीवन कितना कठिन होता है और सार्वजनिक जीवन में उसकी कितनी जवाबदेही होती है, सार्वजनिक जीवन में रहना कितना मुश्किल होता है।
राजनीति में अच्छे नेता मौजूद, व्यवस्था खराब : रजनीकांत
पीएमके नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री अंबुमणि रामदोस ने कहा कि तमिलनाडु को एक अच्छे अभिनेता की नहीं, बल्कि एक अच्छे प्रशासक की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि एमजीआर और जयललिता जैसे कलाकारों ने तमिलनाडु को बर्बाद कर दिया। दुनियाभर में किसी भी देश में कलाकारों ने किसी राज्य में 40-50 साल तक शासन नहीं किया।
नाम थमिझार पार्टी के नेता सीमान ने कहा कि हालांकि वह बतौर अभिनेता रजनीकांत का सम्मान करते हैं, जिन्होंने ‘बाहर’ से आकर तमिल सिनेमा को अपनाया लेकिन राज्य को कोई ‘बाहरी’ मुख्यमंत्री नहीं चाहिए।
सीमान और डीएमके नेता एमके स्टालिन ने रजनीकांत का शुक्रिया अदा करते हुए खुशी जाहिर की, जिनके बारे में अभिनेता ने शुक्रवार को अपने भाषण में सम्मानजनक शब्द कहे थे।