नई दिल्ली। रेलवे के कुलियों के अच्छे दिन आने वाले हैं। कुलियों को कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) की योजनाओं के दायरे में लाने के लिए सरकार प्रत्येक रेल टिकट पर 10 पैसे का उपकर लगाने पर विचार कर रही है। रेल कुलियों की संख्या करीब 20,000 है।
सरकार का कुल मिलाकर असंगठित क्षेत्र के 40 करोड़ से अधिक कामगारों को ईपीएफओ के सामाजिक सुरक्षा के दायरे में लाने का इरादा है। गणना में अनुमान लगाया गया है कि इस उपकर से सालाना 4.38 करोड़ रुपये जुटाए जा सकेंगे। इससे कुलियों को सामान्य सुविधाएं मसलन पीएफ, पेंशन तथा समूह बीमा आदि सुविधाएं उपलब्ध कराई जा सकेंगी। भारतीय रेल द्वारा प्रतिदिन 10 से 12 लाख रेल टिकट जारी किए जाते हैं। इस हिसाब से प्रतिदिन उपकर से 1.2 लाख करोड़ रुपये जुटेंगे।
कर्मचारियों के प्रतिनिधि अशोक सिंह ने इस बारे में प्रस्ताव किया था। ईपीएफओ के निर्णय लेने वाले शीर्ष निकाय केंद्रीय न्यासी बोर्ड के चेयरमैन एवं श्रम मंत्री बंडारू दत्तात्रेय ने इस प्रस्ताव पर विचार का आश्वासन दिया है। भारतीय राष्ट्रीय ट्रेड यूनियन कांग्रेस के उपाध्यक्ष सिंह ने सीबीटी की 19 दिसंबर की बैठक में यह प्रस्ताव रखा था। यह प्रस्तावित उपकर प्रत्येक टिकट पर लगेगा, प्रत्येक यात्री पर नहीं। एक टिकट में कई यात्रियों का नाम शामिल हो सकता है।