नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शिएमेन में नौंवे ब्रिक्स सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए रविवार को चीन के लिए रवाना हो गए। वह चीन के राष्ट्रपति शी जिनपगि की मेजबानी में एमर्जिग मार्किट्स एंड डेवलपिंग कंट्रीज डायलॉग में शिरकत करेंगे।
उनका यह दौरान डोकलाम को लेकर भारत और चीन के बीच लगभग दो महीने से चल रहे गतिरोध के बाद हो रहा है।
मोदी राष्ट्रपति भवन में शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा लेने के बाद चीन रवाना हो गए। इस दौरान मंत्रिमंडल में नौ मंत्रियों को शामिल किया गया जबकि चार राज्य मंत्रियों को जगह दी गई।
मोदी ने शनिवार को कहा कि भारत ब्रिक्स (ब्राजील, रूस, भारत, चीन, दक्षिण अफ्रीका) में अपनी भूमिका को महत्व देता है।
उन्होंने कहा कि वैश्विक चुनौतियों से निपटने और वैश्विक शांति एवं सुरक्षा बनाए रखने में ब्रिक्स का अहम योगदान है।
मोदी ने कहा कि वह ब्रिक्स देशों के साथ नौ अन्य देशों के नेताओं के साथ मिलने को लेकर आशान्वित हैं। मोदी चीन के बाद मंगलवार को म्यांमार के लिए रवाना होंगे। वह 2014 में आसियान-भारत सम्मेलन में हिस्सा लेने म्यांमार गए थे।
मोदी नेपीथा के अलावा बागान और यांगून भी जाएंगे। म्यांमार के तीन दिवसीय दौरे के दौरान मोदी राष्ट्रपति यू हटिन क्याव और स्टेट काउंसिलर आंग सान सू की से भी मुलाकात करेंगे।