नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी के सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने सोमवार को सभी आपराधिक मामलों की पुलिस पूछताछ कैमरे की निगरानी में कराए जाने की मांग की।
उन्होंने कहा कि रयान इंटरनेशनल स्कूल के छात्र प्रद्युम्न ठाकुर की हत्या के मामले में बस कंडक्टर अशोक कुमार जैसे लोगों के साथ अमानवीय यातना को रोकने को लिए पूछताछ कैमरे की निगरानी में की जानी चाहिए।
अशोक रयान इंटरनेशनल स्कूल के बस का कंडक्टर है, जिसे पहले प्रद्युम्न के कत्ल के जुर्म गिरफ्तार किया गया था। सिन्हा का यह बयान सीबीआई के दावे के मद्देनजर आई है। सीबीआई ने अपने बयान में दावा किया है कि सात साल के मासूम प्रद्युम्न की हत्या इसी स्कूल के कक्षा 11वीं के छात्र ने की है।
हरियाणा पुलिस ने पहले इस हत्या के लिए स्कूल के बस कंडक्टर अशोक कुमार पर दबाव देकर उससे जुर्म कबूल करवा लिया था और कातिल बताकर उसे गिरफ्तार कर लिया था।
सिन्हा ने अपने कई ट्वीटों में कहा कि जिस गरीब आम आदमी अशोक कुमार (कंडक्टर) को हमारे बच्चे प्रद्युम्न की हत्या का आरोपी बनाया जाता है, उसे सीबीआई द्वारा छोड़ दिया जाता है।
तो, ऐसे में गुरुग्राम पुलिस या जिस किसी ने भी ध्यान भटकाने के लिए उस पर (अशोक पर) आरोप लगाया था, उस पर दया नहीं की जानी चाहिए और उसे उचित और कड़े से कड़े तरीके से दंडित किया जाना चाहिए।
सिन्हा ने न्यायपालिका, हरियाणा सरकार व केंद्र सरकार से अनुरोध किया कि वह सुनिश्चित करें कि सत्य की जीत होगी।
सिन्हा ने कहा कि अब कोई भी व हर पूछताछ पुलिस या सीबीआई द्वारा सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में होनी चाहिए, ताकि जैसी अशोक कुमार के साथ हुई, वैसी अमानवीय यातना रोकी जा सके.. कोई थर्ड डिग्री नहीं होनी चाहिए। सीबीआई ने 22 सितंबर को हरियाणा पुलिस से हत्या की जांच अपने हाथ में ली थी।
गुरुग्राम के रयान इंटरनेशनल स्कूल के कक्षा 2 के छात्र प्रद्युम्न की स्कूल में 8 सितंबर को गला रेतकर हत्या कर दी गई थी। प्रद्युम्न का शव स्कूल के शौचालय में पाया गया था। हत्या से कुछ ही देर पहले प्रद्युम्न के पिता उसे स्कूल पहुंचा आए थे।