नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर संदिग्ध गेंदबाजी और उसकी जांच प्रक्रिया को लेकर चल रही बहस के बीच पूर्व टेस्ट अंपायर एवी जयप्रकाश ने खुलासा किया है कि भारतीय लेफ्ट आर्म स्पिनर प्रज्ञान ओझा पर संदिग्ध गेंदबाजी एक्शन को लेकर निशाने पर आ चुके हैं।…
जयप्रकाश ने बताया कि ओझा पर गत वर्ष एक घरेलू अंपायर ने संदिग्ध गेंदबाजी का संदेह जताया था। लेकिन तीन सदस्यीय जांच समिति ने उन्हें आरोपों से मुक्त कर दिया था। इस समिति में खुद जयप्रकाश भी मौजूद थे तथा उनके अलावा एस वेंकटरमन और जवागल श्रीनाथ भी शामिल थे।
पूर्व अंपायर ने साथ ही बताया कि ओझा अपने संदिग्ध एक्शन के चलते रिहैबिलिटेशन से गुजरे हैं। ओझा गत वर्ष वेस्टइंडीज के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज में राष्ट्रीय टीम का हिस्सा थे और आखिरी मैच में मैन आफ मैच भी रहे थे। लेकिन उसके बावजूद उनका टीम में स्थान कभी सुरक्षित नहीं रहा है।
मीडिया में इस बात की अटकलें थी कि ओझा को अपने एक्शन के कारण जांच से गुजरना पड़ रहा है लेकिन इसकी पुष्टि कभी नहीं हुई थी। जयप्रकाश ने कहा कि ओझा को संदिग्ध गेंदबाजी के लिए रिपोर्ट किया गया था।
इसमें कोई बड़ी बात नहीं है क्योंकि ऎसा बहुत सारे गेंदबाजों के साथ होता है और फिर उन्हें दोषमुक्त भी करार दिया जाता है। हमने उन्हें बाद में सही पाया। अंपायर को उनकी एक या दो गेंदे संदिग्ध लगी। लेकि न इसमें कोई दिक्कत नहीं है। इस घटना के बाद ओझा ने आअीपीएल और चैंपियन लीग में भी हिस्सा लिया।