नई दिल्ली। कांग्रेस के चुनावी राजनीतिक रणनीतिकार सलाहकार रहे प्रशांत किशोर उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को मिली करारी हार और पार्टी के निशाने के आने के बाद कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं।
सूत्रों की मानें तो प्रंशात किशोर अब कांग्रेस पार्टी के केवल चुनावी रणनीतिकार ही नहीं रहेंगे बल्कि वो पार्टी के सदस्य भी बन सकते हैं। दो हफ्ते के अंदर प्रशांत किशोर अपनी टीम के सीनियर सदस्यों से बात करेंगे। इसमें उनके कांग्रेस से सीधे-सीधे जुड़ने या एक इनसाइडर के तौर पर भावी सहयोग पर मंथन करेंगे।
कांग्रेस ने मंगलवार को ही प्रशांत किशोर को भी पंजाब विधानसभा चुनाव जीत का श्रेय दिया है। कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने ट्वीट कर कहा, कांग्रेस पीके और उनकी टीम की कड़ी मेहनत और योगदान को महत्व देती है और निहित स्वार्थ से किए गए दुष्प्रचार को खारिज करती है।
वहीं पंजाब के मुख्यमंत्री पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने कहा कि उनकी टीम ने जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। अमरिंदर सिंह ने भी ट्विटर पर लिखा था, इसका पूरी तरह समर्थन करता हूं। जैसा कि मैं पहले भी कई बार कह चुका हूं कि पीके और उनकी टीम और उनके काम ने पंजाब में हमारी जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
दरअसल इससे पहले कांग्रेस कांग्रेस कार्य़कर्ता ने उत्तर-प्रदेश में कांग्रेस की हार के लिए पीके को जिम्मेदार बताते हुए उनका पता बताने के लिए पांच लाख रुपये इनामी घोषणा वाले पोस्टर तक लगा दिए थे।
वहीं पार्टी ने जीत का सेहरा केवल कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, उपाध्यक्ष राहुल गांधी, मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह और कार्यकर्ताओं के सिर ही बांधा था। हालांकि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की हार और कांग्रेस में शामिल होने की अटकलों पर किशोर ने कोई बयान नहीं दिया।