अजमेर। शिक्षा राज्य मंत्री प्रो. वासुदेव देवनानी ने कहा कि प्रदेश के स्कूलों में शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए अगले सत्र से प्री-प्राईमरी कक्षाएं शुरू की जाएंगी।
राज्य सरकार शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। बालिका शिक्षा के उन्नयन के लिए राज्य सरकार के प्रयासों के तहत प्रदेश में 2 लाख छात्राओं को साइकिल वितरण किया जाएगा।
प्रो. देवनानी ने शनिवार को पीसांगन के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में छात्राओं को साइकिल वितरण समारोह में यह बात कही। उन्होंने कहा कि प्रदेश के स्कूलों में बच्चों को बेहतर शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए अगले सत्र से प्री-प्राईमरी कक्षाए शुरू की जाएगी।
राज्य सरकार प्रदेश में शिक्षा के उन्नययन के लिए गम्भीरता से प्रयास कर रही है। इस वर्ष प्रदेश में 2 लाख बालिकाओं को निशुल्क साइकिलों का वितरण किया जाएगा। प्रो. देवनानी ने कहा कि जा छात्राएं साईकिल नहीं लेना चाहती और 5 किलो मीटर से अधिक दूरी से आती है। वे छात्राएं परिवहन वाउचर का विकल्प चुन सकती है। उन्हें प्रतिदिन 20 रुपए ट्रासंपोर्ट वाउचर दिया जा रहा है।
प्रदेश में शिक्षा विकास के लिए शिक्षा से जुड़े विभिन्न नवाचार भी किए गए है। प्रदेश में ग्राम पंचायत मुख्यालय पर अब कक्षा एक से 12 तक की पढ़ाई एक ही स्कूल में होगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने इस वर्ष 500 डीपीसी के जरिए 42 हजार से अधिक शिक्षकों को पदोन्नति दी है। इस महिने 12 हजार पदोन्नतियां और हो जाएंगी।
प्रो. देवनानी ने कहा कि प्रदेश के स्कूलों में शिक्षकों के रिक्त पद भरने के लिए हजारों शिक्षकों की भर्ती की गई है। अगले एक वर्ष में 14 हजार और शिक्षकों की भर्ती की जाएगी। इसके साथ ही सेवानिवृत शिक्षकों को भी स्कूलों में नियुक्त कर शिक्षण की व्यवस्था की जा रही है।
प्रो. देवनानी ने बालिकाओं का आव्हान किया कि वे पढ़े, आगे बढ़े और देश-प्रदेश और समाज का नाम आगे बढ़ाए। उन्होंने कहा कि प्रदेश के विद्यार्थियों को अगले शिक्षण सत्रा से भारत के गौरव रहे नायकों का पाठ्यक्रम पढ़ाया जाएगा। सरकार आगामी 13 दिसम्बर से पहले प्रदेश के स्कूलों में 40 हजार लैबटोप और साइकिलों का वितरण करेगी।
उन्होंने कहा कि स्कूलों में पढ़ाई सुनिश्चित करने के लिए शिक्षकों को भी समय पर आकर बच्चों को प्रेरित करना होगा। विद्यार्थी भी समय प्रबंधन का महत्व समझकर पूरे मनोयोग से पढ़ाई करें। जिला प्रमुख वंदना नोगिया ने कहा कि जिले के ग्रामीण क्षेत्र में में हमें बेटियों की पढ़ाई की अलख जगानी होगी। हमें पहले बेटियों की पढ़ाई फिर विदाई का मूल मंत्र अपनाकर अपनी बच्चियों को आगे बढ़ाना होगा।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीसांगन प्रधान दिलीप पचार ने लोगों से खुले में शौच मुक्ति को जन-जन तक पहुंचाने का आव्हान किया। कार्यक्रम में अन्य वक्ताओं ने भी विचार व्यक्त किए।