मुंबई। मुंबई में बहुचर्चित प्रीती राठी तेजाब हमले के आरोपी अंकुर पनवार को सत्र न्यायालय ने फांसी की सजा सुनाई है।
इस मामले में सेशन कोर्ट ने मंगलवार को ही आरोपी अंकुर पनवार को दोषी करार दिया था और फैसले के लिए गुरुवार का दिन तय किया था।
फैसले के पहले बुधवार को सरकारी वकील व बचाव पक्ष के वकील के बीच सजा तय करने के लिए जिरह हुई थी।
विशेष सरकारी वकी उज्ज्वल निकम ने कोर्ट से अपील की थी कि यह जघन्य अपराध है और आरोपी को फांसी की ही सजा दी जानी चाहिए।
हालांकि बचाव पक्ष के वकील ने आरोपी की कम उम्र का हवाला देते हुए कम से कम सजा दिए जाने की मांग की थी।
प्रीती राठी की कुलाबा स्थित अश्विनी अस्पताल में लेफ्टिनेंट पद पर नियुक्ति हुई थी। इस तरह की नियुक्ति पूरे देश से मात्र 15 लोगों की हुई थी, जिससे प्रीती की पड़ोस में रहने वाला अंकुर पनवार उससे ईर्ष्या रखने लगा था।
जब दो मई,2013 को प्रीती नौकरी ज्वाइन करने के लिए बांद्रा स्टेशन पर उतरी, उसी समय अंकुर ने उस पर तेजाब डाल दिया और फरार हो गया।
इस घटना में बुरी तरह जख्मी होने के बाद प्रीती को इलाज के लिए कुलाबा स्थित अश्विनी अस्पताल में दाखिल कराया गया था, जहां बाद में उनकी मौत हो गई।
इस मामले में पुलिस ने अंकुर को गिरफ्तार कर लिया और गुरुवार को अदालत ने उसे फांसी की सजा सुनाई।