सिडनी। ऑस्ट्रेलिया में एक गर्भवती महिला द्वारा धार्मिक कारणों से दूसरे व्यक्ति का खून चढ़वाने से मना करने से उसकी व अजन्मे बच्चे की मौत हो गई। सात माह की गर्भवती ‘जेहोवाह्स विटनेस’ की उपासक रक्त कैंसर से पीडि़त पाई गई थीं।
इलाज के लिए उसे तत्काल खून चढ़ाने की जरूरत थी, लेकिन जेहोवाह्स विटनेस के उपासकों के लिए ऐसा करना निषिद्ध है। महिला का इलाज करने वाले चिकित्सक गिसेल किडसन-गर्बर तथा अंबर बिस्को ने बताया कि 28 वर्षीया मरीज ने खून चढ़वाने से इंकार कर दिया।
सिडनी के प्रिंस ओ वेल्स अस्पताल के चिकित्सकों का मानना है कि यदि वह खून चढ़वा लेती, तो मां और बच्चा दोनों बच जाते।
उसके बच्चे को ऑपरेशन से बाहर निकालने की जरूरत थी, लेकिन चिकित्सकों को डर था कि ऑपरेशन के दौरान रक्तस्राव से महिला की मौत हो जाएगी।
किडनस गर्बर ने कहा कि अगर बच्चे को बाहर निकालने के लिए उसका ऑपरेशन किया जाता, तो रक्तस्राव के कारण महिला की मौत हो सकती थी।
अंतत: बच्चे की गर्भ में ही मौत हो गई। इसके बाद महिला को दिल का दौरा पड़ा और उसके शरीर के कई अंगों ने काम करना बंद कर दिया, जिसके कारण उसकी भी मौत हो गई।