नई दिल्ली। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने जीवन रक्षा पदक से जुड़ी सिफारिशों को अपनी मंजूरी दे दी है। इस बार इनके लिए 36 व्यक्तियों को चुना गया है जिनमें से 5 को सर्वोत्तम जीवन रक्षा पदक, 8 को उत्तम जीवन रक्षा पदक और 23 जीवन रक्षा पदक दिए जाएंगे। इनमें से 7 को यह पुरस्कार मरणोपरांत मिलेंगे।
सर्वोत्तम जीवन रक्षा पदक मिजोरम के रोलुहपुई (मरणोपरांत), कर्नाटक के शिशिर कुमार यादवान्नावर (मरणोपरांत), उत्तर प्रदेश से वादसित्रा चौधरी (मरणोपरांत), कर्नाटक से राकेश कुमार (मरणोपरांत), केरल से सुरेश नायब (मरणोपरांत)।
उत्तम जीवन रक्षा पदक असम से नारायण मिरिगेश बरुआ, केरल से डॉ सी गोपाकुमार (मरणोपरांत), महाराष्ट्र से गोविन्द लक्ष्मण टूपे, मिजोरम से चर्चिल, मिजोरम से रोलुहपुई, पश्चिम बंगाल से बीर बजरंग पांडे, मणिपुर से मास्टर मौरिस येंगखोम, उत्तर प्रदेश से मास्टर शिवांश सिंह (मरणोपरांत)।
जीवन रक्षा पदक छत्तीसगढ़ से यशवंत कुमार, हरियाणा दारा सिंह, हिमाचल प्रदेश दिनेश कुमार, केरल से राथीशान नाम्बोलन, केरल से मास्टर आनंदाकृष्णन ए, केरल से मास्टर अखिल कुमार शिबू, महाराष्ट्र बृजलाल तेजेश सोनवणे,महाराष्ट्र से मनोज सुधाकर, मिजोरम से इसाक लालरिंचाना, ओडिशा से लालमोहन मोहंता, उत्तर प्रदेश से कुमारी नाज़िया, तमिलनाडु से पंकज कुमार पांडेय, उत्तर प्रदेश से अनूप मिश्रा, उत्तर प्रदेश से कपिल कुमार सिसोदिया, महाराष्ट्र से नीलकांत रमेश हरिकांत्रा, पश्चिम बंगाल से मनोहर महतो, पश्चिम बंगाल से वालेन राजबोंगशी, पश्चिम बंगाल से धर्मेन्द्र कुमार यादव, छत्तीसगढ़ से मास्टर कमलेश प्रधान, मेघालय से कुमारी एंजेलिका त्यानसोंग, तेलंगाना से मास्टर साई कृष्णा अखिल किलांबी, सिक्किम से शेवाना थीनले लाचुंगापा, जम्मू और कश्मीर से अल्ताफ अहमद खान।
जीवन रक्षा पदक दूसरों की जान बचाने के लिए सराहनीय और साहसिक कार्य करने वाले लोगों को दिया जाता है। इन पुरस्कारों को एक समयावधि में संबंधित राज्य सरकारें देती हैं। इसमें एक मेडल, गृहमंत्री द्वारा हस्ताक्षरित सर्टिफिकेट और एक राशि का डिमांड ड्राफ्ट दिया जाता है।