रायपुर। रविवार की शाम नया रायपुर के राज्योत्सव में पहुंचने के पहले ही माना हवाई अड्डे पर ही महापौर प्रमोद दुबे ने रायपुर नगर की चाबी राष्ट्रपति को सौप दी।
चौंकिए मत, दरअसल राष्ट्रपति के प्रोटोकॉल में यह एक परंपरा होती है, जिसके मुताबिक जिस किसी भी शहर में राष्ट्रपति जाते हैं, उस शहर की चाबी उन्हें सौंप दी जाती है। इस चाबी के सौंपे जाने के बाद पूरे शहर के सर्वेसर्वा सांकेतिक रूप से अब राष्ट्रपति हैं, ऐसा मान लिया जाता है।
देश में राष्ट्रपति को देश के प्रथम नागरिक का दर्जा मिला हुआ है, जबकि नगर में महापौर को भी शहर के प्रथम नागरिक का दर्जा दिया गया है। देश के प्रथम नागरिक होने के नाते राष्ट्रपति को महापौर की तरफ से नगर की चाबी सौंपे जाने की पुरानी परंपरा रही है।
एयरपोर्ट पर रविवार को महापौर प्रमोद दुबे ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को स्वागत के उपरांत नगर की चाबी सौंपी।
क्या है चाबी देने की प्रथा?
सबसे पहले भरत ने राम जी को अयोध्या वापसी पर शहर की पूरी जिम्मेदारी सौंपी थी। इसके बाद प्रतीकात्मक तौर पर मुगलों और अंग्रेजों में भी यह प्रथा चलती आई, जो गर्वनर तक रही। आजादी के बाद मेयर यह जिम्मेदारी निभाने लगे। प्रतीकात्मक तौर पर मेयर द्वारा देश के राष्ट्रपति को चाबी सौंपी जाने लगी।