वाशिंगटन। ओबामा के काल में फोन कॉल्स टैप कराए जाने के अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दावों में कोई दम नहीं होने के बाद अमरीकी सांसदों ने उन पर स्पष्टीकरण देने या आरोप वापस लेने के लिए दबाव बढ़ा दिया है।
उल्लेखनीय है कि गत सप्ताह अनेक रिपब्लिकन सांसदों ने गलत आरोप लगाने के लिए ट्रंप को माफी मांगने के लिए कहा था। ट्र्रंप ने पिछले 4 मार्च को कई बार ट्वीट कर इस आशय का आरोप लगाया था। इस बवंडर के कारण अमरीका और उसके प्रमुख मित्र देशों के बीच भी तनाव उत्पन्न हो गया है।
नतीजा है कि रिपब्लिकन्स ने चुनाव अभियान के दौरान स्वास्थ्य देखभाल और करों को लेकर समर्थन करने के वादे से भी पीछे हटने की चेतावनी दी है। अमरीकी सीनेटर सुसान कॉलिन्स ने टीवी चैनल एनबीसी से कहा कि उन्होंने राष्ट्रपति के रूप में ट्रंप का समर्थन किया है, लेकिन अगर वह तथ्य को तोड़ मरोड़ कर पेश करेंगे तो वह उनका साथ नहीं देंगी।
समाचार अमरीकी न्याय विभाग ने कांग्रेस की समितियों के समक्ष कुछ दस्तावेज पेश किए थे ताकि यह स्पष्ट हो सके कि ओबामा प्रशासन ने ट्रंप की जासूसी की थी या नहीं। लेकिन सदन की खुफिया समिति के प्रमुख और रिपब्लिकन सदस्य डेविन न्यूनेस ने कहा कि दस्तावेजों में फोन टेप कराए जाने के कोई सबूत नहीं हैं।