नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कांग्रेस और पूर्ववर्ती सरकारों पर निशाना साधते हुए कहा कि कुछ राजनीतिक दलों और सरकारों ने इतिहास की पुस्तकों से सरदार वल्लभभाई पटेल के नाम को हटाने का प्रयास किया और आजादी के बाद देश को एकजुट रखने में उनके योगदान को नजरअंदाज कर उनका कद छोटा करने की कोशिश की।
मोदी का यह बयान जल्द होने वाले गुजरात विधानसभा चुनाव के मद्देनजर महत्व रखता है। गुजरात में पटेल की विरासत को लेकर भाजपा और उसकी अन्य प्रतिद्वंद्वी पार्टियों के बीच खींचतान तेज हो गई है, क्योंकि हर राजनीतिक दल पटेल समुदाय को लुभाने की जुगत में है।
मोदी ने देश के प्रथम उप प्रधानमंत्री पटेल की जयंती के मौके पर रन फॉर युनिटी को हरी झंडी दिखाते हुए कहा कि पटेल को आज की युवा पीढ़ी के समक्ष उस तरह पेश नहीं किया गया, जिस तरह किया जाना चाहिए था।
इतिहास से पटेल का नाम मिटाने का प्रयास किया गया, लेकिन इतिहास गवाह है कि चाहे किसी भी सरकार ने पटेल को स्वीकार किया हो या नहीं, चाहे किसी भी राजनीतिक दल ने उन्हें महत्व दिया हो या नहीं, लेकिन देश के युवा उन्हें नहीं भूल पाएंगे। वे पटेल को इतिहास से गायब नहीं होने देंगे।
सरदार पटेल की जयंती राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाई गई। मोदी ने देश के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद के कथन का जिक्र अपनी इस बात को सही साबित करने के लिए किया कि देश के प्रति पटेल के योगदानों के बावजूद उनके इन योगदानों को कुचलने के प्रयास किए गए।
मोदी ने कहा कि आज डॉ. प्रसाद की आत्मा यह देखकर खुश होगी कि सरदार पटेल को भुलाया नहीं गया है। राजेंद्र बाबू ने कहा था कि यदि हम भारत का नाम गर्व से ल रहे हैं तो यह सरदार पटेल की शासनकला और प्रशासन पर उनकी मजबूत पकड़ की वजह से संभव होगा। इसके बावजूद हम उन्हें भूल गए। इस दर्द का इजहार राजेंद्र बाबू ने किया था।
उन्होंने कहा कि आज हम देशभर में रन फॉर यूनिटी का आयोजन कर पटेल की जयंती मना रहे हैं। हालांकि, कुछ लोगों ने यह सुनिश्चित करने की कोशिश की कि पटेल के योगदान को भुला दिया जाए, लेकिन वह अभी भी देश के लोगों के दिलों में जिंदा हैं और युवाओं को प्रेरणा दे रहे हैं।
‘रन फॉर यूनिटी’ को जरूरी बताते हुए उन्होंने कहा कि भाई और बहन के बीच के प्यार को भुलाया नहीं जा सकता, लेकिन इसके बावजूद हम इस रिश्ते की पवित्रता के लिए रक्षाबंधन मनाते हैं। हमारी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के बावजूद हमें इस बंधन को हर बार शुद्ध करने की जरूरत है। हमें एकता के मंत्र को याद रखने की जरूरत है।
मोदी ने कहा कि यह पटेल की दूरदर्शिता थी कि उन्होंने आजादी के बाद साम, दाम, दंड, भेद हर नीति से देश को एकजुट रखा, क्योंकि अंग्रेजों ने देश को बांटने और इसे बर्बाद करने की भरसक कोशिश की थी।
मोदी ने पटेल के योगदान का उल्लेख करते हुए कहा कि सरदार पटेल ने अपनी कुशलताओं और दृढ़ता का इस्तेमाल कर विभाजन के बाद उपजी समस्याओं से देश को बचाया। उन्होंने कहा कि पटेल ने सुनिश्चित किया कि भारत छोटी-छोटी रियासतों में बंटा न रहे।
मोदी ने जोर देकर कहा कि हमारे देश को एकजुट रहना चाहिए। जो भारत पटेल ने हमें दिया, उसकी एकता को बरकरार रखने की जिम्मेदारी सभी भारतीयों की है। मोदी ने कहा कि इसलिए सभी पीढ़ियों को जानना चाहिए कि पटेल ने एकता को कैसे बनाए रखा। हम उनकी जयंती को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मना रहे हैं।