जयपुर। ईरान द्वारा भारतीय बासमती चावल पर लगे प्रतिबंध को हटा दिए जाने से बासमती चावल में इन दिनों जोरदार तेजी देखने को मिली है।
गौरतलब है कि ईरान ने भारतीय बासमती के इंपोर्ट को पूरी तरह से खोल दिया है। ध्यान रहे अक्टूबर 2014 से ईरान ने भारतीय बासमती चावल के इंपोर्ट पर बैन लगा दिया था।
जगदीश नारायण रतनलाल सिंघल एंड संस के मनोज सिंघल ने बताया कि बासमती गोल्डन सेला चावल दिवाली पूर्व 48 से 50 रुपए प्रति किलो थोक में बिक रहा थाए जबकि वर्तमान में इसके भाव 56 से 58 रुपए प्रति किलो पहुंच गए हैं।
दो सप्ताह के अंतराल में ही बासमती करीब 8 रुपए प्रति किलो तक महंगा हो गया है। हालांकि परमल पीआर 11 चावल के भाव सिर्फ एक रुपए प्रति किलो ही बढ़े हैं। स्थानीय सूरजपोल मंडी में परमल पीआर 11 मंगलवार को 25ण्50 से 27ण्50 रुपए प्रति किलो थोक में बिका।
सिंघल ने कहा कि सभी प्रकार के बारीक चावल भी 2 से 5 रुपए प्रति किलो तक महंगे हुए हैं। उल्लेखनीय है कि ईरान बासमती चावल का सबसे बड़ा इंपोर्टर है और भारत में बासमती चावल एक्सपोर्ट होने वाली दूसरी सबसे बड़ी कमोडिटी है। बता दें एक्सपोर्ट में गिरावट से भारत में बासमती चावल के दाम काफी कम हो गए थे।
ईरान ने 14 लाख टन बासमती का आयात किया पिछले साल
वर्ष 2013.14 में ईरान ने भारत से 14 लाख टन बासमती चावल का आयात किया था। जो कि कुल निर्यात का करीब 40 फीसदी है। सप्लाई ज्यादा होने के कारण ईरान ने पिछले साल अक्टूबर के बाद आयात लाइसेंस जारी करना बंद कर दिया था। साथ ही ईरान ने अपने आयात टैरिफ को 22 फीसदी से बढ़ाकर 45 फीसदी कर दिया।