अहमदाबाद। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को अपनी दो दिवसीय यात्रा पर अपने गृह राज्य गुजरात पहुंच गए हैं। अपनी इस यात्रा का शुभारंभ उन्होंने ऐतिहासिक द्वारकाधीश मंदिर में पूजा-अर्चना के साथ किया। इस यात्रा के दौरान मोदी का राज्य के तीन क्षेत्रों में पांच स्थानों पर विभिन्न योजनाओं और परियोजनाओं को पेश करने और छह सार्वजनिक सभाओं को संबोधित करने का कार्यक्रम है। मोदी 2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद पहली बार अपने जन्मस्थान वडनगर भी जाएंगे।
द्वारकाधीश मंदिर से निकलने के बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने ओखा-बेट द्वारका पुल का शिलान्यास किया। मंदिर से कुछ किलोमीटर की दूरी पर स्थित बेट द्वारका में भगवान कृष्ण के मंदिर के दर्शन के लिए हजारों तीर्थयात्री पहुंचते हैं।
वर्तमान में तीर्थयात्री नाव से समुद्र को पार करते हैं। मोदी यहां एक सार्वजनिक सभा को भी संबोधित करेंगे।
उनकी यात्रा कार्यक्रम में सौराष्ट्र में 2,500 करोड़ रुपए के राजकोट अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे की आधारशिला रखने का समारोह भी शामिल है। वह सुंदरनगर के चोटिला में एक रैली को भी संबोधित करेंगे।
करीब एक पखवाड़े से भी कम समय पहले कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने तीन दिवसीय प्रचार अभियान के दौरान सौराष्ट्र का दौरा किया था। उन्होंने भी द्वारकाधीश मंदिर व चोटिला में स्थानीय देवी की पूजा अर्चना की थी।
मोदी, इसके बाद गांधीनगर के पास भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) की नई इमारत का उद्घाटन करेंगे। मोदी रविवार को उत्तरी गुजरात में अपनी जन्मभूमि वडनगर में 500 करोड़ रुपये की लागत से बने सिविल अस्पताल एवं मेडिकल कॉलेज का उद्घाटन करेंगे।
यहां वह पुनर्विकसित शरमिष्ठा झील को जनता को समर्पित करेंगे और वह वडनगर रेलवे स्टेशन, जहां वह कभी चाय बेचते थे के विकास कार्य सहित कई सार्वजनिक कार्यों का उद्घाटन करेंगे।
मोदी उत्तरी गुजरात में ही अरावली जिले के शामलाजी के पास 1,200 करोड़ रुपए के लागत वाली देवी नी मोरी अंतर्राष्ट्रीय बौद्ध परिसर की आधारशिला रखेंगे।
बाद में, मोदी नर्मदा नदी पर 3,000 करोड़ रुपए की भदभुत बैराज परियोजना की आधारशिला रखेंगे, इसके साथ ही वडोदरा से दिल्ली रवाना होने से पहले वह गुजरात में भरुच के पास दाहेज-घोघा रो-रो नौका सेवा की आधारशिला भी रखेंगे।