नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को सोने से जुड़ी दो निवेश योजनाओं का शुभारंभ किया और देश का पहला सोने का सिक्का को जारी किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि देश में लगभग 20 हजार टन सोना बिना किसी उपयोग के लोगों के घरों में पड़ा है, जिसे विकास के लिये उपयोग में लाया जा सकता है।
अपने आवास 7 रेस कोर्स रोड पर योजनाओं को सोने पर सुहागा बताते हुये प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि भारत को एक गरीब देश नहीं कहा जा सकता। यहां करीब 20 हजार टन सोना लोगों के घरों में है। इस धन का देश के विकास में उपयोग किया जा सकता है और यह योजनायें इसमें मदद करेंगी।
प्रधानमंत्री ने कहा कि सोना भारतीय समाज में महिला सशक्तिकरण का स्रोत रहा है और यह योजनायें उनकी इसी शक्ति को रेखांकित करती हैं। उन्होंने कहा कि हमारे देश में स्थानीय सूनार पर लोग ज्यादा विश्वास करते हैं। जैसे ही यह सूनार इस योजना से परिचित होगा तो वह इन योजनाओं का सबसे बड़ा एजेंट बन जायेगा।
अशोक चक्र बने सोने के सिक्कों को प्रधानमंत्री ने देश के स्वाभिमान से जोड़ते हुये कहा कि इससे अब भारतीयों को विदेशों में ढले सोने के सिक्कों पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा।
पहली सोने के मुद्रीकरण से जुड़ी योजना के तहत कम से कम 30 ग्राम सोना किसी भी रूप में जमा कराया जा सकता है। जिसकी कोई अधिकतम सीमा नहीं है। इस योजना का मकसद उपयोग में न आने वाले सोने को बाजार में लाना है ताकि बैंकों की जमापूंजी और बाजार में पूंजी की तरलता बढ़े।
दूसरी योजना के तहत प्रधानमंत्री ने गोल्ड बांड जारी किये है। इसे रिजर्व बैंक जारी करेगा। यह बॉड सोने के बारबार होंगे जिनकी शुरूआत 1 ग्राम से होगी। आठ साल के लिए इसमें निवेश किया जा सकता है जिसमें पांच साल बाद निकासी की सुविधा उपलब्ध है।
इसके अलावा प्रधानमंत्री ने आज सोने का सिक्का जारी किया। जिसके एक तरफ राष्ट्रीय चिन्ह अशोक चक्र दर्ज होगा। यह पांच और 10 ग्राम के दो रुपों में मिलेगा। इसके अलावा 20 ग्राम की सोने की छड़ भी उपलब्ध है। शुरूआत में पांच ग्राम के 15 हजार सिक्के, 10 ग्राम के 20 हजार सिक्के और 3,750 सोने की छड़े उपलब्ध होंगी।
इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने इन योजनाओं में शुरूआती तौर पर निवेश करने वाले 6 निवेशकर्ताओं को निवेश प्रमाणपत्र जारी किये। साथ ही इससे जुड़ी एक वेबसाइट का भी प्रधानमंत्री ने शुभारंभ किया । केन्द्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली, वाणिज्य राज्य मंत्री निर्मला सीतारमण, और वित्त राज्यमंत्री जयंत सिन्हा भी इस अवसर पर उपस्थित थे।