नासिक। नोटबंदी के बाद कैश की कमी से झूझ रहे लोगों को हुई परेशानी को जल्दी कम करने के लिए नए 500 रुपये के नोटों की छपाई का काम तेजी से किया जा रहा है। नासिक स्थित ‘करेंसी नोट प्रेस (सीएनपी)’ में 500 रुपये के नए नोटों की प्रतिदिन छपाई में तीन गुना बढ़ोतरी हुई है। नए नोटों की कमी की भरपाई के लिए यह कदम उठाया गया है।
सीएनपी से सूत्रों ने बताया, ‘हमने नए 500 रुपये के नोटों की छपाई को बढ़ाया है जो मध्य नवंबर में 35 लाख प्रतिदिन था और अब बढ़कर 1 करोड़ प्रतिदिन हो गया। हम 1.9 करोड़ करेंसी नोटों की छपाई कर रहे हैं जिसमें से औसतन 10 करोड़ 500 रुपये के होते हैं और बाकी के 100 रुपये, 50 रुपये और 20 रुपये के होते हैं।’
नासिक प्रेस में 2000 रुपये के नए नोटों की छपाई नहीं होती है। नोटबंदी के बाद शुक्रवार, 23 दिसंबर को सीएनपी ने करेंसी नोटों का बड़ा कंसाइनमेंट भेजा, जिसमें 4.3 करोड़ पीस थे। 1.1 करोड़ 500 रुपये के, 1.2 करोड़ 100 रुपये के और 1-1 करोड़ 50 और 20 रुपये के थे।
नोटबंदी के बाद इसका पहला कंसाइनमेंट 11 नवंबर को आरबीआई को भेजा गया। सीएनपी ने 50 लाख 500 रुपये के नोट भेजे थे। अंतिम 43 दिनों में सीएनपी ने विभिन्न मूल्यों वाले करेंसी नोटों के कुल 82.8 करोड़ पीस देश के विभिन्न शहरों के आरबीआई ऑफिस को भेजे। इसमें से 25 करोड़ 500 रुपये वाले नोट थे। पिछले तीन दिनों में सीएनपी ने 8.3 करोड़ करेंसी नोट और 3.75 करोड़ 500 रुपये के नोट भेजे।
सीएनपी ने कहा हमे उम्मीद है कि 31 जनवरी तक करेंसी नोट के 80 करोड़ पीस की छपाई कर ली जाएगी। जिसमें से आधे 500 रुपये के नोट होंगे। देश में करेंसी नोट की छपाई के लिए केवल 4 प्रेस हैं। इसमें दो आरबीआई के अंडर में कनार्टक के मैसूर और बंगाल के सालबोनी में है और बाकी के दो नासिक और देवास में हैं। सीएनपी में अभी रविवार की छुट्टी नहीं होती, न लंच ब्रेक होता और न डिनर ब्रेक। इसके अलावा वर्क शिफ्ट 11 घंटों का कर दिया गया है।