भीनमाल। जालोर जिले भीनमाल उपकारागृह में शुक्रवार को रुटीन तलाशी के दौरान तलाशी को लेकर कुछ कैदियों ने इसका विरोध करते हुए हंगामा खड़ा कर दिया। कुछ कैदी पेड पर चढ़कर जोर जोर से चिल्लाने लगे तथा सिटिया बजाने लगे। शोरगुल सुनकर आस पड़ोस से बड़ी संख्या में लोग जमा हो गए।
जेलर सुमेरसिंह गुर्जर ने उपखंड अधिकारी तथा पुलिस को जानकारी देकर सहायता मंगवाई, जिस पर तहसीलदार विश्राराम देवडा तथा पुलिस निरीक्षक अशोक आंजणा ने मय टीम उपकारागृह पहुंचकर घंटे भर की मशक्कत के बाद मामले को शांत किया।
अनुमान है कि कुछ कैदियों की तलाशी नहीं होने से दूसरे गुट के कैदियों ने इसका विरोध किया। विश्वस्त सूत्रों के अनुसार इसको लेकर कैदियों के दो गुटो में झड़प भी हुई है और एक कैदी घायल भी बताया जा रहा है, इसके पीछे कारण नए आए कैदियों का पुराने कैदियों पर धौस जमाना बताया जा रहा है, हालांकि जेल प्रशासन इससे इनकार कर रहा है तथा इसे महज कैदियों द्वारा तलाशी का विरोध ही बताया जा रहा है।
जेल प्रभारी सुमेरसिंह गुर्जर ने बताया कि कैदियों को हर बार की तरह चैक करने के लिए तलाशी अाियान के दौरान दो कैदीयों गोरधनराम विश्नोई व उसका भाई हनुमानराम विश्नोई ने तलाशी का विरोध किया तथा वो पेड़ पर चढ़ गए थे। दो गुटों में कहासुनी हुई मामला इतना उग्र हो गया कि इस पर काबू पाना जेल प्रहरियों के बूते से बाहर हो गया था।
पहले भी भीड़े कैदी गत साल अप्रेल माह में जेल में सजा काट रहे हार्डकोर कैदियों के एक गुट सुनील, भजनाराम, मालाराम द्वारा मारपीट की घटना में जेल में आने वाले कैदियों से एक साल से अवैध वसूली की जा रही थी। इसको लेकर सभी कैदी इन बदमाशों को सबक सिखाने की फिराक में थे। इसके बाद में सभी कैदियों ने एक होकर कर हफता वसूलने वाले कैदियों को सबक सिखाने के लिए जेल में मारपीट की घटना को अंजाम दिया था।
उसके बाद जांच में कैदियों की ली गई तलाशी में 11 मोबाइल सिम व बिना सिम, एटीम, बैंक में रुपए जमा करवाने की रसीद के अलावा कई पुलिस अधिकारियों के मोबाइल नंबर भी इन कैदियों के पास मिले थे। क्षमता 40 की, 70 से अधिक कैदी भीनमाल उपकारागृह में क्षमता से अधिक कैदी होने के कारण आए दिने कोई न कोई घटना होती रहती है जेल प्रशासन के अनुसार भीनमाल जेल में 40 कैदियों की क्षमता है उसके बावजूद जेल में वर्तमान समय में 70 कैदी है।
क्षमता से अधिक कैदी होने के कारण हर रोज कोई न कोई घटना होती रहती है भीनमाल जेल में कई हार्डकोर अपराधी भी बंद है जो कभी भी जेल प्रशासन के लिए चुनौती बन सकते है। नफरी की कमी बनी मुसीबत भीनमाल उपकारागृह में पिछले कई महिनों से पर्याप्त स्टॉफ नहीं होने से कई बार स्थिती बूते से बाहर हो जाती है। जेलर ने बताया कि वर्तमान में उनके अलावा 4 हवालदार ही तैनात है जबकी यहां कुल 11 हवालदारों की तैनाती होनी चाहिए।