अमृतसर। खालिस्तान जिंदाबाद व रेफरेंडम-2020 नारों का दायरा अब श्री हरिमंदिर साहिब के आसपास से बाहर निकलकर पॉश कॉलोनियों व शिक्षण संस्थानों तक पहुंच गया है। इसके चलते महानगर में दहशत का माहौल है।
लोग जानना चाहते हैं कि कौन लोग इस तरह के नारे दीवारों पर लिखकर लोगों में डर का माहौल पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं, जबकि अभी तक पुलिस ने इस मामले को लेकर अमृतसर में एक भी केस दर्ज नहीं किया है।
महानगर के पॉश इलाके रंजीत एवेन्यू के ए ब्लॉक और बी ब्लॉक के रिहायशी व कामर्शियल स्थलों की दीवारों पर रविवार रात लिखे नारों ने लोगों में दहशत पैदा कर दी। यही नहीं, नारे लिखने वालों ने शहर के शिक्षण संस्थानों को भी नहीं छोड़ा। खालसा कॉलेज, खालसा कॉलेज फार वूमेन, जीएनडीयू के आसपास भी दीवारों पर उपरोक्त नारे लिखे गए हैं।
करीब दो माह पूर्व पंजाब के अन्य जिलों में भी इस तरह के नारे लिखने के साथ-साथ बैनर व पोस्टर भी लगाए गए थे। उन बैनरों को पुलिस ने उतार दिया था। उस समय पुलिस ने अज्ञात लोगों पर मामले दर्ज किए थे।
दिवाली के पास ये नारे हरिमंदिर साहिब के आसपास की इमारतों की दीवारों पर भी लिखे मिले थे। डीसीपी अमृतसर एएस पुआर का कहना है कि उन्हें इस संबंध में कोई जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा कि पुलिस नारे लिखने वालों का पता लगाएगी और मामला भी दर्ज करेगी।