स्टैनफोर्ड। वित्त मंत्री अरूण जेटली ने अपने विदेशी दौरे के दौरान कहा कि कर का आकलन करने वाली अधिकारी दुष्यंत सिंह और ललित मोदी के बीच 11 करोड़ रूपए से अधिक लेन-देन के मामले में जांच-पड़ताल जारी रखेंगी।
पहले इस विषय पर मेरे दृवारा की गई टिप्पणियों को गलत तरीके से पेश किया गया । उन्होंने कहा कि भाजपा सांसद दुष्यंत सिंह और पूर्व आईपीएल प्रमुख ललित मोदी की ओर से दिया गया कर्ज एक व्यावसायिक लेन-देन था।
सांसद इसमें दोषी नहीं है। जेटली ने यह कहते हुए अपना बचाव किया कि मैंने कभी इस विषय को लेकर यह नहीं कहा कि यह मेरे अधिकार क्षेत्र में नहीं है।
जेटली ने स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय में एक सार्वजनिक समारोह में संवाददाताओं से अलग से बातचीत के दौरान कहा कि मेरी बातों को गलत तरीके से परोसा जा रहा है।
भारत में आकलन करने वाली विभिन्न एजेंसियों को जो कुछ करना है, वह उनका काम है। वे अपना काम करती रहेंगी। कर आकलन करने वाले अधिकारी दुष्यंत सिंह मुख्यमंत्री वसंधुरा राजे के पुत्र है।
इनकी कंपनी पर आरोप लगाया है कि मोदी ने 2008 में 11.63 करोड़ रूपए का निवेश प्राप्त किया था।