भोपाल/गुना। खरीफ फसल के बेहतर होने तथा पिछले साल से ज्यादा रजिस्ट्रियां होने के चलते इस बार नई गाइड लाइन में प्रॉपर्टी के दाम 10 फीसदी तक बढ़ाए जाने की संभावना है। हालांकि नोटबंदी के बाद एकाएक रजिस्ट्रियों में कमी आ गई है।
इस बात का ध्यान भी ध्यान रखते हुए नई गाइडलाइन तय होगी। जानकारी के अनुसार सत्र 2015-16 की गाइड लाइन की दरें सत्र 2014-15 की भांति ही रखी गई थीं।
रियल स्टेट में मंदी होने के चलते भी दाम नहीं बढ़ाए गए थे, लेकिन इस बार सोयाबीन फसल का उत्पादन बेहतर हुआ है वहीं भरपूर बारिश से इस बार रबी फसलों का उत्पादन भी अच्छा होने की संभावना दिख रही है।
फिलहाल इसके लिए अभी समय लगेगा। लेकिन जैसी बाजार एवं फसलों में उठाव आएगा स्थिति में काफी सुधार की संभावना बन रही है। जानकारों की मानें तो नोटबंदी के चलते प्रत्येक वर्ग को काफी नुकसान हुआ है।
साथ ही रियल स्टेट के दाम भी जमीन पर आ गए थे। इस वजह से उपपंजीयक विभाग में रजिस्ट्रियां भी न के बराबर हो रही थी। इस वजह से उपपंजीयक विभाग का आंकड़ा भी काफी काम हुआ है।