कोलकाता। राष्ट्रविरोधी गतिविधियों में शामिल होने के आरोपों की वजह से सुर्खियों में आए जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के छात्र नेता कन्हैया कुमार को कोलकाता में वाम छात्रों के विरोध का सामना करना पड़ा।
कन्हैया अपनी किताब ‘बिहार टू तिहाड़ : माई पालिटिकल जर्नी’ का प्रचार करने शनिवार को कोलकाता आए थे। देर शाम टाटा स्टील द्वारा आयोजित समारोह में उनकी किताब का विमोचन किया गया।
इस दौरान कुछ वामपंथी छात्र हाथों में प्लेकार्ड लिए वहां पहुंच गए और कन्हैया के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। प्रदर्शनकारी छात्र कन्हैया पर टाटा जैसी पूंजीवादी कार्पोरेट संस्था से सुविधाएं लेने की वजह से उनका विरोध कर रहे थे।
उनका कहना था कि एक वामपंथी होने के बावजूद कन्हैया ने टाटा के साथ सांठ-गांठ कर ठीक नहीं किया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों और कन्हैया के बीच जम कर कहासुनी हुई। दोनों पक्ष एक-दूसरे को असली वामपंथी साबित करने की कोशिश करते दिखे।
प्रदर्शनकारी छात्रों में से कुछ ने कश्मीर और मणिपुर की स्वाधीनता के पक्ष में भी नारे लगाए। आयोजकों ने काफी मशक्कत के बाद उन छात्रों का शांत कराया।