चेन्नई। तमिलनाडु में अभिनेता रजनीकांत के राजनीति में उतरने के संकेतों के विरोध में एक तमिल संगठन ने सोमवार को यहां पोएस गार्डन स्थित अभिनेता के घर के बाहर प्रदर्शन किया।
तमिझार मुन्नेत्र पदई नाम के एक संगठन की ओर से विरोध-प्रदर्शन की घोषणा के बाद बड़ी संख्या में सुरक्षाकर्मियों को अभिनेता के आवास के बाहर तैनात कर दिया गया। उनका विरोध रजनीकांत के तमिलनाडु के राजनीति में संभावित प्रवेश को लेकर है।
पुलिस ने उनके आवास की ओर जाने वाली सड़कों पर नाकेबंदी कर दी। वाहनों को उचित जांच के बाद ही जाने दिया जा रहा था। पुलिस ने रजनीकांत के घर की ओर जाने की कोशिश कर रहे कार्यकर्ताओं को रोक दिया।
रजनीकांत से जुड़े एक सूत्र ने बताया कि यह पता लगने पर कि एक संगठन के सदस्य रजनीकांत के घर के सामने प्रदर्शन की योजना बना रहे हैं, हमने पुलिस सुरक्षा की मांग की। फिलहाल, सभी कुछ नियंत्रण में है।
वहीं, एक प्रदर्शनकारी ने कहा कि रजनीकांत कर्नाटक से हैं और उन्हें तमिलनाडु की राजनीति में नहीं प्रवेश करना चाहिए। रजनीकांत ने पिछले सप्ताह अपने प्रशंसकों को संबोधित करते हुए राजनीति में उतरने के संकेत दिए थे।
हालांकि अभिनेता की तमिल नहीं होने के कारण यहां की राजनीति में उतरने की संभावनाओं को लेकर आलोचना की गई, जिस पर 67 वर्षीय अभिनेता ने निराशा जताते हुए कहा कि कुछ तमिल सोशल मीडिया के जरिये नफरत फैला रहे हैं।
पिछले सप्ताह अपने प्रशंसकों से मुखातिब रजनीकांत ने कहा था कि मुझे दुख होता है कि कुछ तमिल लोग सोशल मीडिया के जरिये नफरत फैला रहे हैं। मैंने कभी नहीं सोचा था कि वे इतना नीचे गिर जाएंगे।
उनके इस बयान ने तमिझार मुन्नेत्र पदई के सदस्यों को नाराज कर दिया था। संगठन ने इसे लेकर अभिनेता को माफी मांगने के लिए कहा था।
वहीं, अभिनेता ने जोर देकर कहा कि वह सच्चे तमिल हैं। तमिल नहीं होने की आलोचनाओं पर अभिनेता ने कहा था कि मैं 23 वर्षो तक कर्नाटक में रहा और 43 वर्षो से तमिलनाडु में रह रहा हूं। हालांकि मैं कर्नाटक से एक मराठी के तौर पर यहां आया था, आप लोगों ने बहुत प्यार दिया, मुझे एक सच्चा तमिल बना दिया।
राजनीति में उतरने की संभावनाओं पर उन्होंने कहा था कि वह इस बारे में सही समय पर निर्णय लेंगे।