नई दिल्ली। केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री स्मृति ईरानी ने शुक्रवार को कहा कि जलमग्न अहमदाबाद हवाईअड्डे की जिस तस्वीर को गुरुवार को प्रसारित किया गया और कई समाचार पत्रों द्वारा छापा गया, वह फर्जी है।
उन्होंने संबंधित समाचार एजेंसी से इस संदर्भ में जवाब मांगा। वहीं, एजेंसी ने अपनी तरफ से खेद जताया और कहा कि उसने संबंधित फोटोग्राफर को नौकरी से बर्खास्त कर दिया है।
ईरानी ने ट्वीट किया कि सावधान : चेन्नई में बाढ़ की तस्वीर को अहमदाबाद का बताकर जारी किया गया, पीटीआई समाचार एजेंसी कृपया सभी समाचार प्रतिष्ठानों को इसकी जानकारी दें।
उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा कि बेहतर होगा कि पीटीआई न्यूज जवाब दे कि ऐसा किन परिस्थितियों में हुआ।
ईरानी द्वारा त्रुटि जाहिर करने के तत्काल बाद प्रसार भारती के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) शशि शेखर ने भी स्वीकार किया कि ऑल इंडिया रेडियो के अलर्ट में भी गुरुवार को वही फोटोग्राफ लगाया गया था।
शेखर ने ट्वीट किया कि हमें खेद है कि एआईआर अहमदाबाद ने उस तस्वीर का इस्तेमाल किया, जो भ्रामक रिपोर्टिग पर आधारित है। हम कार्रवाई करेंगे।
त्रुटि सामने आने के बाद समाचार एजेंसी ने कहा कि उसने संबंधित फोटोग्राफर की सेवा समाप्त कर दी है।
समाचार एजेंसी ने शुक्रवार को ईरानी तथा शेखर को टैग करते हुए कहा कि पीटीआई त्रुटि पर अत्यंत खेद जताता है और संबंधित फोटोग्राफर की सेवा समाप्त कर दी गई है।
संबंधित समाचार एजेंसी ने गुरुवार को जलमग्न चेन्नई हवाईअड्डे की एक तस्वीर जारी की थी, जिसमें हवाईअड्डा टर्मिनल के सामने कतार में कई विमान खड़े दिखाई दे रहे थे, जबकि शीर्षक में इसे अहमदाबाद का सरदार वल्लभभाई पटेल अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डा बताया गया था।
इससे पहले, इसी तरह की घटना में दिसंबर 2015 में पत्र सूचना कार्यालय (पीआईबी) ने फोटोशॉप से बनाई गई एक तस्वीर का इस्तेमाल किया था, जिसमें हेलीकॉप्टर में बैठे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बाढ़ प्रभावित चेन्नई का दौरा करते हुए दिखाया गया था। इस तस्वीर की वास्तविकता के बारे में सोशल मीडिया में सवाल उठने पर उसे हटा लिया गया था।