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पुणे : साफ्टवेयर इंजीनियर नयना पाठक की हत्या व गैंगरेप में तीन दोषी करार - Sabguru News
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पुणे : साफ्टवेयर इंजीनियर नयना पाठक की हत्या व गैंगरेप में तीन दोषी करार

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पुणे : साफ्टवेयर इंजीनियर नयना पाठक की हत्या व गैंगरेप में तीन दोषी करार
Pune: Three found guilty of pune techie's rape and murder
Pune: Three found guilty of pune techie's rape and murder
Pune: Three found guilty of pune techie’s rape and murder

पुणे। साफ्टवेयर इंजीनियर नयना पाठक-पुजारी की अक्टूबर 2009 में हत्या और गैंगरेप के मामले में एक फास्ट ट्रैक अदालत ने यहां सोमवार को तीन मुख्य आरोपियों को दोषी करार दिया।

विशेष न्यायाधीश एलएल येनकर मंगलवार को तीनों दोषियों की सजा का निर्धारण करेंगे। इन्हें नयना के अपहरण, लूट, गैंगरेप और हत्या का दोषी पाया गया है।

विशेष सरकारी अभियोजक हर्षद निंबालकर ने कहा कि आरोपी योगेश अशोक राउत, महेश बालासाहेब ठाकुर और विश्वास हिंदूराव कदम को भारतीय दंड संहिता की धारा 376, 302,120 बी, 361 के तहत दोषी ठहराया गया है।

एक अन्य आरोपी राजेश पांडुरंग चौधरी को इन तीनों के सहयोगी के रूप में गिरफ्तार किया गया था। वह बाद में सरकारी गवाह बन गया और उसे माफी मिल सकती है।

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निंबालकर ने फैसले के तुरंत बाद संवाददाताओं से कहा कि हमने सभी अभियुक्तों के खिलाफ विभिन्न आरोपों को निर्णायक तौर पर साबित किया और अदालत ने हमारी दलीलों को स्वीकार किया।

उन्होंने कहा कि अभियोजन पक्ष ने मामले में परिस्थितियों की पूरी श्रृंखला को साबित किया जिसमें यह गंभीर अपराध हुआ। उन्होंने कहा कि वह सभी दोषियों के लिए अधिकतम सजा की मांग करेंगे।

नयना के पति अभिजीत पुजारी व उनकी छोटी बहन ने मांग की कि दोषियों द्वारा किए गए जघन्य अपराध के लिए उन्हें फांसी दी जानी चाहिए।

पुजारी ने कहा कि चाहे निर्भया हो या नयना, यह हत्या और दुष्कर्म का मामला है। कानून में इसके लिए मौत की सजा का विकल्प है और मेरा मानना है कि वे इसी के लायक हैं।

पुजारी ने मामले की फास्ट ट्रैक अदालत में सुनवाई के बाद भी फैसले में सात साल का समय लगने पर निराशा जताई।

नयना पाठक पुजारी 7 अक्टूबर 2009 को खराडी के सिनेक्रोन आईटी कंपनी से ड्यूटी खत्म कर घर जा रही थीं। वहां एक चालक के तौर पर काम करने वाले राउत ने लिफ्ट देने की पेशकश की।

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वह कैब को घर की तरफ नहीं ले गया। रास्ते में अपने दो अन्य दोस्तों को लेते हुए कैब को राजगुरुनगर की तरफ ले गया। इन तीनों ने नयना से चलती कार में दुष्कर्म किया।

उन्होंने कार एक सुनसान इलाके में रोकी। नयना का डेबिट कार्ड छीना और उससे पिन नंबर पूछकर 61 हजार रुपए उनके अकाउंट से निकाल लिए।

इसके बाद उन्होंने स्कार्फ से नयना को गला घोंटकर मार डाला, पत्थर मारकर उनका चेहरा बिगाड़ दिया और जारेवाड़ी के जंगल में उनका शव फेंक दिया। दो दिन बाद शव बरामद किया गया था।

इस मामले की जांच के दौरान यह भी पता चला था कि राउत ने कुछ महीने पहले ही सब्जी बेचने वाली एक महिला से दुष्कर्म करने के बाद उसकी भी हत्या कर दी थी।