चंडीगढ़। आम आदमी पार्टी में हुए विधान सभा टिकटों को लेकर भगदड़ को देखते हुए भाजपा अभी उम्मीदवारों के नामों की घोषणा करने की जल्दी में नहीं हैं।
भाजपा अपने प्रत्याशियों सूची जारी करने से पहले पार्टी का चुनावी घोषणा पत्र जारी करेगी। इसके बाद नवम्बर के आस-पास प्रत्याशियों की सूची जारी करेगी।
लगातार दो बार से अकाली दल के साथ सत्ता में भागीदार भारतीय जनता पार्टी प्रदेश की 117 विधान सभा सीटों में से 23 पर अपने चुनाव लड़ती हैं।
इस बार भी गठबंधन की शर्तों के अनुसार भाजपा इतनी ही सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारेगी। इन सीटों में से कुछ पर सीटों पर अदला-बदली की बात अकाली दल के साथ भाजपा की चल रही है। लेकिन अभी तक इस दिशा में कोई ठोस बातचीत नहीं हो पाई है।
पंजाब विधान सभा चुनाव में आम आदमी पार्टी द्वारा अगस्त में ही अपने प्रत्याशियों की घोषणा प्रारम्भ कर देने से अन्य पार्टियों में भी प्रत्याशियों की घोषणा करने का एक दबाव बन गया था।
इस दबाव के चलते भाजपा ने भी सितम्बर माह तक अपने प्रत्याशियों की घोषणा करने की बात कही थी। लेकिन अब आप में टिकटों को लेकर मची भगदड़ को देखते हुए भाजपा नेता पार्टी में इस प्रकार के किसी असंतोष को नहीं पनपने देना चाहते हैं। इसको देखते हुए भाजपा ने अपनी रणनीति बदल दी है।
भाजपा ने अब पार्टी को घोषणा पत्र जारी होने के बाद प्रत्याशियों की सूची जारी करने की रणनीति बनाई है।
पार्टी के प्रदेश संगठन महामंत्री दिनेश कुमार के अनुसार पार्टी में प्रत्याशियों के चयन की प्रक्रिया काफी दिनों से चल रही है। यह हर पार्टी की अपनी एक आंतरिक प्रक्रिया होती है।
इस रिपोर्ट के आधार पर जल्द ही पार्टी एक कमेटी का गठन करेगी। जो उम्मीदवारों केे चयन आदि के बारे में अधिकृत होगी। लेकिन उम्मीदवारों की सूची पार्टी का चुनावी घोषणा पत्र जारी होने के बाद नवम्बर तक ही सामने आयेगी।