चंडीगढ़। पंजाब के पुलिस महानिदेशक सुमेद सिंह सैनी ने कहा कि मोगा में चलती बस में मां और बेटी से छेड़छाड़ की घटना तथा बस से धक्का दिए जाने से बेटी की मौत होने के सिलसिले में बस चालक और कंडक्टर सहित तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
सैनी ने घटना की राजनीतिक दलों सहित आम जनता द्वारा ङ्क्षनदा किए जाने तथा मीडिया की सुर्खियां बनने के बाद आनन फानन में बुलाए गए एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि गिरफ्तार आरोपी बस चालक रंजीत सिंह, कडंक्टर सुखविंदर सिंह और हैल्पर गुरदीप सिंह हैं। उन्होंने कहा कि वारदात में संलिप्त चौथे आरोपी की पहचान अमरजीत सिंह के रूप में की गई है तथा पुलिस उसकी तलाश कर रही है।
घटना की जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि ङ्क्षछदर कौर और उसकी बेटी अर्शदीप कौर और बेटा अक्शदीप सिंह बुधवार शाम मोगा से वाघापुराना जाने के लिए ऑरबिट एविएशन की बस में सवार हुए थे। बस में छिंदर कौर ने कंडक्टर से तीन टिकट मांगे लेकिन कंडक्टर ने उसे सिर्फ दो ही टिकट दिए और तीसरे टिकट के पैसे रख लिए जिस पर छिंदर कौर ने आपत्ति व्यक्त की।
इस दौरान छिंदर कौर और कडंक्टर और हैल्पर से तीखी नोंक झोंक हुई। पुलिस प्रमुख ने बताया कि बाद में बस बाघापुराना टॉल पर रुकी और वहां से चौथा आरोपी अमरजीत बस में सवार हुआ। बस चलने पर कडंक्टर, हैल्पर और चौथे आरोपी ने अर्शदीप कौर से छेड़छाड़ शुरू कर दी जिसका छिंदर कौर ने कड़ा विरोध किया। इस पर आरोपियों ने छिंदर कौर से भी छेडख़ानी की। छिंदरकौर और उसकी बेटी ने इस हरकत पर बस में शोर मचाया लेकिन बस में बैठे यात्री उनकी मदद के लिए आगे नहीं आए।
सैनी ने बताया कि छिंदरकौर ने अपने बयान में कहा है कि छेड़छाड़ का कड़ा विरोध किए जाने पर बस कडंक्टर, हैल्पर और अमरजीत ने उन्हें तथा उनकी बेटी को गिल गांव के निकट चलती बस से धक्का दे दिया। उल्लेखनीय है कि इस घटना में अर्शदीप कौर(14) की मौके पर ही मौत हो गई थी तथा छिंदरकौर गम्भीर रूप से घायल हो गई जिसे मोगा के सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
उन्होंने बताया कि अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (अपराध) को समूचे मामले की जांच पर निगरानी रखने को कहा गया है तथा प्रवासी मामलों की पुलिस महानिरीक्षक गुरप्रीत कौर दियो को मोगा में छिंदर कौर का बयान दर्ज करने तथा मामले की जांच रिपोर्ट तैयार करने को कहा गया है। इसके अलावा मोगा पुलिस मुख्यालय के पुलिस अधीक्षक को बस में अन्य यात्रियों का पता लगाने तथा इस मामले में अहम जानकारी एकत्रित करने तथा यात्रियों को इस मामले में सहयोग के लिए प्रेरित करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
एक सवाल पर उन्होंने कहा कि जिस बस में वारदात को अंजाम दिया गया राज्य के उप मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल और उनके परिवार की कम्पनी की है। बस को जब्त कर लिया गया है तथा गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ हत्या, छेड़छाड़ तथा अन्य अपराधिक धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। जबकि अमरजीत की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीमें गठित की गई हैं।
इस बीच राज्य के मुख्यमंत्री प्रकाश ङ्क्षसह बादल ने इस घटना पर दुख व्यक्त किया और कहा कि गिरफ्तार लोगों के खिलााफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने स्वीकार किया कि बदकिस्मती से यह बस उनके ही परिवार की थी लेकिन वह इस घटना को अच्छा नहीं समझते और उन्हें इस पर बेहद दुख है। उन्होंने कहा कि गिरफ्तार लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया है।
उधर, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रताप सिंह बावजा ने घटना की निंदा करते हुए बस के मालिक और राज्य के उप मुख्यमंत्री सुखबीर ङ्क्षसह बादल के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज करने की मांग की। उन्होंने पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश से इस घटना की स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं समयबद्ध जांच सुनिश्चित करने के लिए न्यायिक आयोग गठित करने की मांग की है।
आम आदमी पार्टी के संसदीय दल के नेता भगवंत मान ने भी इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए कहा कि राज्य में महिलाएं असुरक्षित हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि बादल परिवार की बसें राज्य में अनेक लोगों को अकाल मौत का शिकार बना रही हैं लेकिन राजनीतिक रसूख होने के कारण आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होती है।