अजमेर। विश्व प्रसिद्ध जगतपिता ब्रह्मा मन्दिर एवं सूफी संत ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती की दरगाह के सौंदर्यीकरण एवं श्रद्धालुओं की सुविधाओं के लिए प्रसाद योजना के तहत 40.44 करोड़ रूपए के विकास कार्य कराए जाएंगे।
ब्रह्मा मन्दिर के मुख्य द्वार पर श्रद्धालुओं का दबाव कम करने के लिए एक और प्रवेश द्वार बनवाया जाएगा। यह द्वार देश के प्रसिद्ध मन्दिरों की तर्ज पर विकसित किया जाएगा। इसी तरह दोनों शहरों में कई अन्य कार्य भी कराए जाएंगे।
संसदीय सचिव सुरेश रावत एवं जिला कलेक्टर गौरव गोयल ने प्रसाद योजना के तहत अजमेर और पुष्कर में कराए जाने वाले विकास कार्यों की प्रगति की समीक्षा की।
जिला कलक्टर गोयल ने योजना से संबंधित प्रजेन्टेशन के दौरान निर्देश दिए कि ब्रह्मा मन्दिर के मुख्य द्वार पर दबाव कम करने के लिए मन्दिर के पीछे स्थित उद्यान की तरफ नया प्रवेश द्वार विकसित किया जाए। इस द्वार को देश के प्रसिद्ध मन्दिरों की तर्ज पर विकसित कर यहां लाईव आरती के लिए स्क्रीन भी लगाई जाएगी।
इसी तरह पार्किंग एवं अन्य सुविधाए भी विकसित की जाएगी। संसदीय सचिव सुरेश रावत ने सुझाव दिए कि योजना के तहत अजमेर एवं पुष्कर में कराए जाने वाले विकास कार्यों को इस तरह डिजाईन किया जाए कि ज्यादा से ज्यादा श्रद्धालुओं को इनका लाभ मिल सके।
पुष्कर में सरोवर के घाटों का सौंदर्यीकरण एवं आसपास की इमारतों को एक ही रंग में रंगने से तीर्थराज की सुन्दरता और बढ़ेगी। जिला कलक्टर गौरव गोयल ने बताया कि आगामी 10 फरवरी तक योजना में सुधार का कार्य पूरा कर लिया जाए ताकि कामों को गति दी जा सके।
ब्रह्मा मन्दिर, सावित्री माता मन्दिर एवं परिक्रमा मार्ग सहित अन्य कार्य पूरी योजना बनाकर तैयार किए जाए। पुष्कर सरोवर के घाट तीर्थराज का मुख्य आकर्षण है। ऐसे में इनका सौंदर्यीकरण ऐसा हो कि यहां आने वाले पर्यटक एवं श्रद्धालु इसे देखे बिना नहीं जा सके।
पुष्कर के विकास के लिए आवश्यक हुआ तो नगर पालिका के नियमों में भी आवश्यक संशोधन करा लिया जाएगा। अजमेर और पुष्कर में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए टूरिस्ट इंर्फोमेशन कियोस्क एवं हैल्प डेस्क बनायी जाएगी।
जिला कलक्टर ने निर्देश दिए कि सूफी संत मोईनुद्दीन चिश्ती की दरगाह में रोशनी एवं छाया की व्यवस्था के लिए दरगाह कमेटी के साथ मिलकर योजना तैयार की जाए ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों को इसका लाभ मिल सके। यहां सुविधाओं में सुधार के लिए योजनाबद्ध तरीके से काम किया जाए ताकि जायरीन को किसी तरह परेशानी नही हो।