अजमेर। अंतराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त पुष्कर मेला झंडारोहण के साथ 28 अक्टूबर को शुरू होगा। 31 से 4 नवम्बर को कार्तिक पूर्णिमा के पंचतीर्थ महास्नान के साथ पुष्कर मेला सम्पन्न होगा। मेले को लेकर तैयारियां जोरों पर चल रही है।
इस बीच पुष्कर पशु मेले की रौनक प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। पुष्कर के धोरो में पशुओं की आवक तेज हो गई है। किसी बीमारी के चलते पुष्कर पशु मेले में घोड़ों की आवक पर अचानक प्रतिबन्ध लगा दिया गया है।
पशु पालन विभाग की अनुमति के बिना घोड़ों को पुष्कर पशु मेले में प्रवेश नहीं दिया जाएगा ना ही उनकी खरीदफरोख्त हो सकेगी। पुष्कर पालिका एवं पशु पालन विभाग के इस फरमान से पशुपालकों में रोष व्याप्त हो गया है। पशु पालकों का आरोप है कि प्रशासन को बीमारी का ज्ञात है तो उसके निदान का भी पर्याप्त साधन होगा।
उन्होंने कहा कि मेले में टीकाकरण किया जा सकता है। पूर्व में भी नोटबंदी के रहते पुष्कर पशु मेले में पशुपालकों को अपेक्षित आय नहीं हो सकी थी। इस बार पशुओं में बीमारी की आड़ में पशुपालकों को पशुओं की मेले में पहुंच को बाधित किया जा रहा है।
इधर पशु पालन विभाग की तरफ से मेले की तैयारियां तेज कर दी गई हैं। अस्थाई स्टॉल, विकास प्रदर्शनी, आदि लगाए जाने के काम तेज किए जा रहे हैं। रेतीले धोरो पर काफी ऊंट पहुंच गए तो वहीं डेगाना से दो घोड़े लेकर आए पशुपालक को नगरपालिका ने पाबन्द करते हुए पशुपालन विभाग की अनुमति लाने को कहा है।