अजमेर। दुनियाभर में विख्यात पुष्कर मेला इस साल 31 अक्टूबर से 6 नवम्बर तक आयोजित किया जाएगा। अजमेर के निकट पुष्कर में होने वाले इस मेले में देशी विदेशी सैलानियों समेत लाखों लोग शिरकत करते हैं।…
राजस्थान सरकार के पर्यटन विभाग और पुष्कर मेला विकास समिति की ओर से इसका आयोजन किया जा रहा है। इस मेले पर्यटकों का न सिर्फ देश के सबसे बडे पशु मेले को बल्कि सांस्कृतिक और संगीत के कार्यक्रमों को भी देखने का मौका मिलेगा। पर्यटन विभाग ने सप्ताह भर के इस मेले के लिए आयोजनों का एक विस्तृत कार्यक्रम बनाया है।
इसमें कई प्रतियोगिताएं ग्रामीण खेलकूद गतिविधियां, पशु प्रदर्शनियां, ऊंट सज्जा शो और घोड़ा नृत्य प्रदर्शन प्रमुख रूप से शामिल होंगे। इनके साथ साथ कला व शिल्प बाजार, महा आरती और दीपदान भी मुख्य आकर्षण होंगे। मेले की हर शाम सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा, जिनमें बडी संख्या में लोक प्रस्तुतियां होंगी।
उल्लेखनीय है कि पुष्कर मेला पूरे दुनिया में अपनी तरह का एकमात्र मेला है। इस मेले में ग्रामीण भारत से लाखों लोग समूह बनाकर यहां पशुओं का व्यापार, घोड़ों की खरीददारी करने और तीर्थयात्रा व धार्मिक त्योहार मनाने के उद्देश्य से आते हैं।
हिंदू कालक्रम के अनुसार पुष्कर मेला कार्तिक माह की अष्टमी वचंद्र कैलेंडर के आठवेंं दिन शुरू होता है जो पूर्णिमा तक चलता है। इस मेले के शुरूआती तीन-चार दिनों में ऊंट और पशु व्यापार पूरे चरम पर होता है।
इनके बाद के दिनों में धार्मिक गतिविधियांं परिदृश्य पर हावी होती है। इस दौरान यहां आने वाले भक्त लोग पवित्र सरोवर झील में डूबकी लगाते हैं जिसका पवित्र पानी मोक्ष प्रदान करने के लिए जाना जाता है।