अजमेर। अन्तरराष्ट्रीय पुष्कर मेले में मंगलवार को आध्यात्मिक यात्रा के साथ मेले की रौनक बढ गई। आध्यात्मिकता के आलोक ने पूरे पुष्कर तीर्थ क्षेत्र को आलौकित कर दिया। पुष्कर में कार्तिक मास की एकादशी के अवसर पर आध्यात्मिक यात्रा गुरूद्वारा से आरम्भ होकर मेला मैदान तक चली। देशी पर्यटकों सहित विदेशी पर्यटकों ने इस यात्रा के दर्शन कर पुण्य कमाया।
इस यात्रा को स्थानीय विधायक एवं संसदीय सचिव सुरेश सिंह रावत, पुष्कर नगर पालिका अध्यक्ष कमल पाठक, उपखण्ड अधिकारी वीके गोयल, मेला अधिकारी डॉ.एसएस चन्दावत तथा साधु संतों ने हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया।
यात्रा में विभिन्न देवी-देवताओं, ऋषि- मुनियों एवं महापुरूषों की सुसज्जित झांकियों ने सबका मन मोह लिया। आध्यात्मिक यात्रा मार्ग में विभिन्न स्थानों पर श्रद्धालुओं द्वारा पुष्प वर्षा करके स्वागत किया गया। आध्यात्मिक यात्रा के दौरान जहां ऋषि मुनि जपते प्रभु नाम की माला की धुन गूंजती रही।
आध्यात्मिक यात्रा के मेला मैदान पहुंचने पर उसका भव्य स्वागत किया गया। यात्रा के साथ चल रहे 108 – 108 के जत्थों में संत महात्माओं ने भी भाग लिया। संत महात्माओं द्वारा मेला मैदान में श्रद्धालुओं को धर्म एवं राष्ट्र के संबंध में संबोधित किया गया।
इस अवसर पर पर्यटन विभाग के उप निदेशक संजय जौहरी, देवस्थान विभाग के सहायक आयुक्त गिरीश बचानी, प्रो. बीपी सारस्वत, जोगेन्दर सिंह दुआ सहित बड़ी संख्या में महंत, धर्माचार्य एवं संत महात्मा उपस्थित थे।
मेले की रंगत चढ़ी
भारतीय ग्रामीण संस्कृति से सराबोर पुष्कर मेले की रंगत जोर पकड़ चुकी है। मेला मैदान से लेकर तीर्थनगरी की सड़कों, सरोवर के घाटों और मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है। साथ ही बड़े पैमाने पर विदेशी पर्यटकों की भी चहल पहल है। उधर, पशु मेला मैदान में ऊंटों, घोड़ों और अन्य मवेशियों ने धोरों में जान डाल दी है।