रियो डी जनेरियो। बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु रियो ओलंपिक में स्वर्ण पदक से चूक गईं। भारत की तरफ से इतिहास रचने वाली सिंधु फाइनल मुकाबले में स्पेन की विश्व की नंबर एक खिलाड़ी और बैडमिंटन की दुनिया में नडाल गर्ल के नाम से मशहूर कैरोलिना मारिन से एक कड़े मुकाबले में हार गईं। मारिन ने सिंधु को 79 मिनट तक चले मुकाबले में 19-21,21-12, 21-15 से मात दी।
पहले गेम का पहला अंक मारिन ने लिया, इसके बाद सिंधु ने दो अंक जुटाते हुए बढ़त बना ली। मारिन ने एक बार फिर सधा हुआ शॉट खेला और 4-3 से बढ़त बना ली।मारिन ने सिंधु की नेट पर कमजोरी को भांपते हुए उन्हें वहीं उलझाया।
उनकी बढ़त 5-2 हो गई। सिंधु दबाव में नजर आईं और गलती कर बैठीं। मारिन ने इसका फायदा उठाया (स्कोर- 7-3)।सिंधु ने इस बीच एक अंक लिया, फिर मारिन ने भी अंक हासिल कर ली बढ़त को 4 अंक आगे कर लिया।
सिंधु ने इसके बाद दो अंक और जुटा लिए, जबकि मारिन को भी 2 अंक मिले।सिंधु ने लंबी रैली में भी गलतियां कीं, मारिन पहले 10 मिनट में सिंधु पर हावी नजर आईं। शॉर्ट ब्रेक के बाद सिंधु ने कुछ जोर लगाया और स्कोर को कवर करते हुए 8-12 कर लिया।
सिंधु ने रिकवरी करने शुरू कर दी है, अच्छा पुश किया और उन्हें सफलता मिली (स्कोर- 9-13)।।सिंधु को मुकाबले में बने रहने के लिए लगातार अंक लेने होंगे। (स्कोर- 11-14)। मारिन ने बॉडी स्मैश के साथ बढ़त को 15-11 किया।
सिंधु को 3 अंक और मिले, जबकि मारिन को एक अंक मिला।। (स्कोर- 14-16) मारिन ने फॉल्ट किया और सिंधु को एक अंक और मिल गया (स्कोर- 15-16)। 21वें मिनट में लंबी रैली चली और उसे सिंधु ने जीत लिया।
स्कोर 16-17 हो गया। इस बीच सिंधु का एक शॉट मारिन के कोर्ट के बाहर चला गया। सिंधु ने रेफरल मांगा, लेकिन उनके पक्ष में नहीं गया। (स्कोर- 16-18)। मारिन ने थोड़ी लंबी चली रैली में जोरदार शॉट लगाकर पकड़ बना ली। (स्कोर-16-19)।
पहला सेट रोमांचक दौर में।
स्कोर- 18-19, इसके बाद सिंधु ने लगातर 3 अंक लेकर बढ़त बना ली और पहला गेम 27वें मिनट में जीत लिया। दूसरे गेम में एक बार फिर मारिन ने लगातार 4 अंक लेकर बढ़त हासिल कर ली है। मारिन काफी आक्रामक नजर आ रही हैं। पहले गेम में वह 18-19 तक आगे थीं, लेकिन सिंधु ने जोरदार वापसी करते हुए गेम जीत लिया था।
मारिन ने शॉर्ट स्मैश का सहारा लेना शुरू किया और लीड 6-1 की कर ली।सिंधु ने इस बीच मारिन को नेट पर छकाया और एक अंक लेकर स्कोर 2-7 कर लिया। सिंधु ने फिर गलती की।(स्कोर 2-8)। सिंधु नेट पर फंसती नजर आईं। मारिन उन्हें बार-बार नेट पर खिला रहीं हैं और उन्हें सफलता भी मिल रही है।
8 मिनट के खेल में मारिन ने 11-2 की बड़ी बढ़त बना ली। सिंधु ने शॉट खेला जो लाइन के भीतर गिरा और उन्हें एक अंक मिल गया।(4-11)। मारिन ने फिर वापसी की और स्कोर 12-4 कर दिया। सिंधु शॉर्ट स्मैश के सामने कमजोर नजर आईं।(स्कोर 13-5)।इस बीच कोच गोपीचंद ने सिंधु को नेट से दूर खिलाने का संकेत दिया।
सिंधु ने लंबी रैली में एक अंक भी लिया (स्कोर 14-6) लेकिन मारिन ने सिंधु की नेट की कमजोरी पर फिर एक अंक ले लिया।
(स्कोर- 14-7), मारिन का करारा शॉट। 15-7 से आगे। सिंधु का क्रॉस कोर्ट रिटर्न एक अंक। (8-15)। मारिन ने स्कोर 16-8 किया। सिंधु का हाफ स्मैश मारिन नहीं संभाल पाईं और सिंधु को एक अंक मिला। सिंधु फिलहाल काफी पीछे थीं।
18वें मिनट में स्कोर 18-9, मारिन ने लाइन के बाहर खेला, सिंधु का फायदा लेकिन अभी भी काफी पीछे (11-18), मैच का फैसला तीसरे गेम से होने की संभावना प्रबल। मारिन काफी आगे।(19-12)। मारिन ने सिंधु को उनकी मजबूती में ही फंसाया और लंबी रैली में 2 अंक और ले लिए।(स्कोर 21-12)।दूसरा गेम मारिन ने जीता। यह गेम 22 मिनट तक चला।
तीसरा और निर्णायक गेम में भी जोरदार मुकाबला देखने को मिला। सिंधु ने पांच अंकों की कमी को पूरा करते हुए मुकाबला 10-10 से बराबरी पर किया,लेकिन इसके बाद मारिन ने 4 अंकों की बढ़त ली और स्कोर 16-12 हुआ। सिंधु ने बराबरी की कोशिश की लेकिन मैच बचा नहीं पाई और मैच 21-15 से हार गईं।
बैडमिंटन फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय
ओलंपिक बैडमिंटन फाइनल में पहुंचने वाली पीवी सिंधु देश की पहली खिलाड़ी हैं। उनसे पहले साइना नेहवाल ओलंपिक सेमीफाइनल में पहुंचने वाली पहली खिलाड़ी थीं। क्वार्टर फाइनल में वर्ल्ड नंबर दो और लंदन ओलंपिक की रजत पदक विजेता वांग यिहान को हराने के बाद पीवी सिंधु के हौसले बुलंद थे। उन्होंने मैच के बाद इसे अभिव्यक्त भी किया था और इसे अपने करियर का सर्वश्रेष्ठ पल बताया था।
सिंधु का रियो में सफर
रियो ओलंपिक में बैडमिंटन के महिला वर्ग में पीवी सिंधु ने जहां क्वार्टर फाइनल में वर्ल्ड नंबर दो वांग यिहान को 22-20, 21-19 से हराया था, वहीं प्री-क्वार्टरफाइनल में शानदार प्रदर्शन करते हुए ताइपेइ की यिंग जू ताइ को सीधे गेम में हरा दिया। उन्होंने सीधे सेटों 21-13, 21-15 में यिंग को हराकर मैच जीता। सेमीफाइनल में सिंधु ने छठी रैंकिंग वाली जापान की नोजोमी ओकुहारा को सीधे सेटों में 21-19 और 21-10 से हराया।
इससे पहले वर्ल्ड चैंपियनशिप में दो बार कांस्य जीत चुकीं पीवी सिंधु ने अपने दूसरे ग्रुप मैच में कनाडा की मिशेल ली को कड़े संघर्ष में 19-21, 21-15, 21-17 से हराया। सिंधु ने अपने पहले मैच में शानदार जीत दर्ज की थी और हंगरी की लौरा सारोसी को सीधे गेम में 21-8, 21-9 से हराया था। ओलंपिक में सिंधु को नौवीं रैंकिंग मिली है। उन्होंने ग्रुप-एम के अपने पहले मैच में दमदार प्रदर्शन करते हुए पहला गेम 13 मिनट में और दूसरा गेम 14 मिनट में अपने नाम किया था।
पीवी सिंधु को राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने दी बधाई
नई दिल्ली। ओलंपिक में सिल्वर मेडल जीत कर इतिहास रचने वाली भारत की महिला बैडमिंटन खिलाडी पी. वी. सिंधु को शुक्रवार को राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बधाई दी। वहीं मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सिंधू को 50 लाख रुपये का ईनाम देने का ऐलान किया है।
केन्द्रीय युवा एवं खेल राज्यमंत्री विजय गोयल ने सिंधु और उनके कोच को ओलंपिक में एतिहासिक प्रदर्शन करने के लिए बधाई दी है। केंद्रीय मंत्री राज्यवर्द्धन राठौर ने सिंधू के पदक जीतने पर उन्हें बधाई देते हुए कहा कि यह खुशी का समय है। उन्होंने इसे गर्व का विषय बताया। वहीं पीवी सिंधु के पिता पीवी रमन्ना ने कहा कि आने वाले सालों में उनकी बेटी और अच्छा खेलकर भारतीयों की उम्मीद को ऊंचा बढ़ाएगी।
रियो ओलंपिक 2016 में आज बैडमिंटन महिला सिंगल्स का फाइनल मुकाबला खेला गया। मैच में भारत की पीवी सिंधू और स्पेन की विश्व नंबर एक खिलाड़ी केरोलीना मारिन आमने-सामने थीं। मैच में मारिन ने ये मुकाबला 19-21, 21-12, 21-15 से अपने नाम किया। पीवी सिंधू हारीं जरूर लेकिन सिल्वर मेडल जीतकर वो ओलंपिक में ऐसा करने वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी बन गईं।