मुंबई। दहेज उत्पीडन सहित कई अन्य आरोपों को झेल रहीं राधे मां ने कहा कि मैंने कोई अपराध नहीं किया है, मैं निर्दोष हूं। मैं दो परिवारों की लडाई में पिस रही हूं।
पुलिस क्या? मेरी जांच सीबीआई से करा ली जाए, मैं हर जांच में निर्दोष साबित होऊंगी, क्योंकि मैंने कोई अपराध किया ही नहीं है। मुझे सिर्फ झूठे आरोप लगाकर बदनाम करने की कोशिश की जा रही है।
पत्रकारों से बातचीत करते हुए राधे मां ने कहा कि किसी के निजी झगड़े में मेरा नाम घसीटा जा रहा है। मैं एक महिला धर्म गुरु हूं, यह कोई अपराध नहीं है। मैंने कभी भी खुद को देवी का अवतार नहीं बताया है।
भगवान शिव मेरे आराध्य हैं, इसलिए मैं त्रिशूल धारण करती हूं, इस पर भी सवाल उठाया जा रहा है। राधे मां ने अपनी बात को आगे बढाते हुए कहाकि देश में अधिकांश संत-महात्मा त्रिशूल धारण करते हैं, इसके साथ ही उन्होंने लाल रंग के कपड़े धारण करने पर भी सफाई दी है।
राधे मां ने कहा कि हर मनुष्य अपने ईष्ट, मां -बाप को अच्छे स्वरूप में देखना चाहता है, यदि मेरे भक्त मुझे लाल चोले एवं श्रृंगार में देखना चाहते हैं, तो यह उनकी इच्छा का सम्मान करना है।
मेरे दरबार में आने वाला हर कोई एक समान है. मुझे छुआछूत, जातिगत भेदभाव, अमीर-गरीब का फर्क बिलकुल पसंद नहीं है. इसलिए मेरे भक्त मुझे उठा लेते हैं, जिसे मैं बुरा नहीं मानती हूं।
राधे मां के सेवादार संजीव गुप्ता ने कहा कि निक्की गुप्ता द्वारा लगाया गया आरोप गलत है, उसे राधे मां को बदनाम करने के लिए उकसाया जा रहा है।