मुंबई/नई दिल्ली। बीसीसीआई ने देश की अंडर-19 और इंडिया-ए के कोच राहुल द्रविड़ को पद पर बनाए रखने का फैसला करते हुए उनके कार्यकाल को दो साल का विस्तार दिया है। इस बात की जानकारी बोर्ड ने शुक्रवार को एक बयान जारी कर दी।
द्रविड़ हालांकि, अब इंडियन प्रीमियर लीग की टीम दिल्ली डेयरडेविल्स के मेंटॉर के रूप में नहीं देखे जाएंगे। द्रविड़ ने शुक्रवार को डेयरडेविल्स के मेंटॉर पद से इस्तीफा दे दिया। फ्रेंचाइजी ने इसकी पुष्टि की है।
साल 2015 में द्रविड़ को पहली बार इंडिया-ए और अंडर-19 टीम के कोच पद की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। उनके मागदर्शन में टीम ने कई उपलब्धियां हासिल की थीं, लेकिन उनकी छत्रछाया में रहकर डेयरडेविल्स आईपीएल में अच्छा प्रदर्शन करने में असफल रही।
कोच के तौर पर द्रविड़ के मार्गदर्शन में इंडिया-ए ने आस्ट्रेलिया में त्रिकोणीय सीरीज जीती थी। उनकी ही छत्रछाया में अंडर-19 टीम पिछले साल आयोजित हुए विश्व कप टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंची थी।
इस घोषणा पर बीसीसीआई के कार्यकारी अध्यक्ष सी.के.खन्ना ने कहा कि पिछले दो साल में द्रविड़ ने कई युवा प्रतिभाओं की खोज की। हम अगले दो साल तक कोच को तौर पर उनकी सेवा लेने पर खुश हैं और आश्वस्त हैं कि यह भारतीय क्रिकेट के लिए सुनहरा पल है। इससे भविष्य में भारतीय क्रिकेट जगत को कई नई युवा प्रतिभाएं मिलेंगी।
बीसीसीआई के कार्यवाहक सचिव अमिताभ चौधरी ने कहा कि राहुल द्रविड़ अपने अनुशासन और प्रतिबद्धता के लिए जाने जाते हैं। वह युवा खिलाड़ियों को सामने लाने में बेहद सफल रहे हैं। मैं उन्हें अगले दो साल के लिए शुभकामनाएं देता हूं।
द्रविड़ बीते दो साल से डेयरडेविल्स से जुड़े रहे थे। आईपीएल के अगले संस्करण में वह टीम के साथ नहीं होंगे।
डेयरडेविल्स ने अपने बयान में कहा कि पिछले दो साल में राहुल द्रविड़ के साथ काम करना बेहद सम्मान और गर्व की बात है। हमने उनके साथ का पूरा लुत्फ उठाया और साथ में मिलकर कुछ युवा प्रतिभावान खिलाड़ियों को सामने लेकर आए।
फ्रेंचाइजी ने बयान में कहा कि हम इस बात से दुखी हैं कि वह इंडिया-ए टीम का कोच रहते हुए हमारे साथ काम नहीं कर पाएंगे। क्रिकेट का सच्चा दूत होने के नाते उनका मानना है कि उनके पास खेल को वापस देने के लिए अभी भी बहुत कुछ है। हम उन्हें भविष्य के लिए शुभकामनाएं देते हैं।
राहुल ने अंडर-19 और इंडिया-ए टीम का कोच रहते हुए देश को ऋषभ पंत, करुण नायर, श्रेयस अय्यर, इशान किशन, कुलदीप यादव, जयंत यादव जैसी प्रतिभा सौंपी हैं।