जालोर। अखिल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी शुक्रवार को जालोर जिले के बाढ प्रभावित इलाके सांचोर पहुंचे। यहां पर उन्होंने वाहनों से और पैदल घूमकर बाढ प्रभावित क्षेत्रों को देखा और व्यथा को जाना।
कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी शुक्रवार को हैलीकॉप्टर से सांचौर पहुंचे। राहुल गांधी के सांचैर उतरने के बाद उन्होंने वहां मौजूद कांग्रेस पदाधिकारियों से मुलाकात की। राजस्थान कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट, पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत तथा नेता प्रतिपक्ष रामेश्वर डूडी उनके साथ मौजूद रहे।
यहां से मुलाकात के बाद राहुल गांधी डेडवा के लिए गाड़ी से रवाना हुए, जहां उन्होंने बाढ़ प्रभावित लोगों से मुलाकात कर हालचाल जाने। इस दौरान राहुल गांधी की गाड़ी सचिन पायलट ने चलाई।
राहुल गांधी डेडवा से डावल के लिए रवाना हुए, इस दौरान बीच-बीच में उनका स्वागत करने के लिए लोगों का मजमा लगा रहा। लोगों में काफी उत्साह भी देखा गया। राहुल गांधी सांचैर के तीस से चालीस किलोमीटर की परिधि में स्थित डेडवा, डावल, आमली, हाड़ेचा व काछेला के लिए वाहन से व पैदल अवलोकन करने पहुंचे।
डावल में उनका जोरदार स्वागत हुआ उसके बाद राहुल आमली के लिए रवाना हुए। यहां पर राहुल गांधी लोगों से मिले तथा उनकी समस्याएं सुनी। लोगों ने बाढ़ से हुए नुकसान को लेकर राहुल गांधी को ज्ञापन भी सौंपे।
राहुल गांधी के दौरे के दौरान कांग्रेस जिलाध्यक्ष डॉ. समरजीतसिंह, पूर्व उपमुख्य सचेतक रतन देवासी, सांचैर विधायक सुखराम विश्नोई, सिरोही के पूर्व विधायक संयम लोढा मौजूद रहे। इसके बाद राहुल गांधी गुजरात के बाढ प्रभावित जिले बनासकांठा जाएंगे।
उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी गुजरात के बनासकांठा क्षेत्र में हवाई सर्वेक्षण के लिए आए थे, लेकिन वह बनासकांठा की सीमा पर ही स्थित राजस्थान बाढ प्रभावित जिले जालोर और सांचोर नहीं आए थे और न ही राजस्थान के बाढ प्रभावित जिलों के लिए कोई केन्द्रीय सहायता राशि जारी की थी। इसे लेकर लोगों ने काफी नाराजगी भी जताई थी।
मुख्यमंत्री के हवाई दौरे का काउंटर
पहले कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष और फिर उनके बाद कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष का सांचैर का पैदल और वाहनों का दौरा प्रदेश की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के हवाई दौरे से जोडकर देखा जा रहा है। कांग्रेस और बाद में स्थानीय लोग भी इस बात का आरोप लगा चुके हैं कि राजस्थान की मुख्यमंत्री को बाढ ग्रस्त इलाकों की सुध लेने की फुर्सत नहीं हैं। वे लोगों से मिलकर जमीनी हकीकत जानने की बजाय हवा में आईं और हवा में ही लौट गईं। इसी को लेकर पंचायतराज मंत्री राजैन्द्र राठौड और सचिन पायलट में भी आरोप प्रत्यारोप हो चुके हैं।
नेताओं के दौरे जारी
सांचौर में पिछले कुछ दिनों से बाढ़ के कारण हालात बदतर बने हुए हैं। बाढ के कारण कई गांव अभी भी पानी से घिरे हुए हैं तो कई स्थानों पर अब भी लोग टेंट लगाकर उंचे स्थानों पर अपना जीवन बचाए हुए बैठे हैं। लोगों के घरों में पानी भरा हुआ है। बाढ़ग्रस्त क्षेत्र कई ऐसे हैं जहां अभी तक प्रशासन भी नहीं पहुंच पाया है।
राजनीतिक दल और सामाजिक संगठन लोगों की सहायता में लगे हुए हैं। सरकार की ओर से बाढ में फंसे लोगों के खाने-पीने के लिए फूटी कोडी भी बाढ राहत के लिए जारी नहीं हुई है। लोगों के खाने-पीने की व्यवस्था सामाजिक संगठन कर रहे हैं। आदर्श फाउंडेशन ने तो दस हजार से ज्यादा पैकेट्स को पानी से घिरे हुए गांवों में वितरित करने के लिए तीन दिन तक हेलीकाॅप्टर भी किराए पर लिया।
इससे खाद्य सामग्री वितरित की गई। नेताओं की बात करें तो सांचौर विधायक सुखराम विश्नोई लोगों के घर-घर जाकर हालातों का जायजा ले रहे है। वहीं सांचौर के पूर्व विधायक जीवाराम चौधरी, जालोर-सिरोही सांसद देवजी एम पटेल भी कई क्षेत्रों का दौरा कर चके हैं साथ राहत पहुंचाने की कोशिश में लगे हैं।
राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे भी 31 जुलाई को जालोर आई थी, तथा सांचैर, भीनमाल व रानीवाड़ा के बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों का हवाई दौरा किया था। इनके बाद सचिन पायलट ने बाडमेर, जालोर और सिरोही जिलों के बाढ प्रभावित क्षेत्रों को पैदल दौरा किया। अब राहुल गांधी बाढग्रस्त इलाकों के लोगों से मिलने और प्रशासनिक व्यवस्थाओं की जानकारी लेने के लिए पहुंचे हैं।