नई दिल्ली। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के मुद्दे पर यू-टर्न संबंधी भाजपा नेताओं के आरोपों का खंडन किया है।
उन्होंने कहा है कि वह अपने बयान पर कायम हैं, जिसमें उन्होंने गांधी की हत्या के लिए आरएसएस के लोगों को जिम्मेदार ठहराया था।
राहुल गांधी ने गुरूवार को ट्वीट कर कहा कि मैं आरएसएस के नफरत और विभाजनकारी नीति के खिलाफ लड़ना बंद नहीं करूंगा। मैं अपने कहे एक-एक शब्द पर कायम हूं।
उन्होंने टविटर पर 2014 में लोकसभा चुनाव के दौरान भिवंडी में एक सभा की वीडियो क्लिप भी शेयर की है जिसमें उन्होंने कहा था, ‘आरएसएस के लोगों ने गांधीजी को गोली मारी और आज उनके लोग गांधीजी की बात करते हैं।
वहीं कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कहा कि राहुल ने बॉम्बे हाई कोर्ट के सामने जो हलफनामा दिया था उस बयान पर वह अभी भी कायम हैं।
हलफनामे में कहा गया है कि गांधीजी की हत्या के लिए आरएसएस से संबंधित शख्स जिम्मेदार है। राहुल ने कभी भी इसके लिए आरएसएस संस्था को जिम्मेदार नहीं ठहराया।
उल्लेखनीय है कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की हत्या के लिए आरएसएस को जिम्मेदार बताए जाने पर संघ ने राहुल गांधी के खिलाफ मानहानि का मुकदमा किया है।
बुधवार को सुप्रीम कोर्ट में मामले की सुनवाई के दौरान राहुल की ओर से सफाई दी गई कि उन्होंने बापू की हत्या के लिए आरएसएस संस्था को जिम्मेदार नहीं बताया था, बल्कि इस संगठन से संबंध रखने वाले शख्स को जिम्मेदार बताया था।
इस पर केंद्रीय मंत्री वैंकया नायडु ने कहा था कि कांग्रेसी नेता राहुल गांधी को सदबुद्धि आ ही गई। उन्होंने कहा कि भले ही यह उनका ‘अपनी बात से पलटना’ है लेकिन उन्होंने ‘अच्छी पलटी मारी है’।