रायपुर। ओडिशा के पंचायत चुनाव में खराब प्रदर्शन के बाद बीके हरिप्रसाद ने पार्टी के महासचिव पद से और कार्यकारी समिति की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था, इसे बुधवार को पार्टी आलाकमान ने नामंजूर कर दिया है। अब वे ही फिलहाल छत्तीसगढ़ कांग्रेस के प्रभारी रहेंगे।
बुधवार को छत्तीसगढ़ कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल के साथ बीके हरिप्रसाद भी राहुल गांधी से मुलाकात करने पहुंचे थे। कयास लगाए जा रहे हैं कि इसी दौरान उनके इस्तीफे को लेकर चर्चा की गई। जिसके बाद पार्टी ने उनका इस्तीफा लेने से इनकार कर दिया।
इससे पहले हरिप्रसाद के इस्तीफे के बाद ये चर्चाएं तेज हो गई थी कि अब उनके स्थान पर छत्तीसगढ़ का प्रभारी किसे बनाया जाएगा। पूर्व केन्द्रीय मंत्री मुकुल वासनिक का नाम सामने भी आ रहा था।
चर्चा आशा सिंह और मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के नाम की भी चल रही थी। लेकिन हरिप्रसाद के इस्तीफे को नामंजूर करने के बाद इन कयासों पर फिलहाल विराम लग गया है। हालांकि इस बात पर सस्पेंस अभी भी बना हुआ है कि 2018 के विधानसभा चुनावों से पहले छत्तीसगढ़ पीपीसी में बदलाव होंगे या नहीं।
चूंकि उत्तरप्रदेश और उत्तराखंड में मिली हार के बाद मंगलवार को चुप्पी तोड़ते हुए कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने इस बात के संकेत दिए थे कि वे जल्द ही राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी में बदलाव करेंगे। इसे देखते हुए छत्तीसगढ़ में संगठन में बदलाव से इनकार भी नहीं किया जा सकता।
लेकिन छत्तीसगढ़ कांग्रेस के नेता बदलाव की बात को पूरी तरह नकार रहे हैं। इस बारे में बघेल भी कह चुके हैं कि सोशल मीडिया में इस तरह कि अफवाहें चल रही हैं लेकिन उन पर ध्यान देने की जरूरत नहीं है।