नई दिल्ली। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी संसद के महत्वपूर्ण बजट सत्र के दौरान सदन से अनुपस्थि रहेंगे। सूत्रों के अनुसार, वह हाल के चुनावों में कांग्रेस को मिली करारी हार की वजहों पर आत्मचिंतन और पार्टी की भविष्य की योजनाओं पर मंथन कर रहे हैं।
पार्टी के एक नेता ने बताया कि राहुल गांधी को आत्मचिंतन, आत्ममंथन के लिए छुट्टी दी गई है। उन्होंने कहा कि वह सप्ताह के अंत तक दिल्ली से बाहर रहेंगे और बजट सत्र के दौरान सदन में उपस्थित नहीं हो पाएंगे। सूत्रों ने बताया कि वह पूरे सत्र के दौरान अनुपस्थित रहेंगे या नहीं इसकी जानकारी नहीं है।
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के अभिभाषण के साथ सोमवार को संसद का बजट सत्र शुरू हो गया। पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी के पुत्र राहुल की बजट सत्र के दौरान सदन से अनुपस्थिति का विशेष अर्थ निकाला जा रहा है, जब संसद में विवादित भूमि अधिग्रहण अध्यादेश सहित छह अध्यादेशों पर विपक्ष सरकार को घेरने की तैयारी में है।
2014 के आम चुनाव के बाद से लगातार पांचवीं यानी हाल में संपन्न दिल्ली चुनाव में हुई हार ने साल के अंत में बिहार विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी की किस्मत को सुधारने की चुनौती पेश कर दी है।
पार्टी का वोट-प्रतिशत 2013 के बाद से गिर रहा है, जिसमें 24 फीसदी की गिरावट आई है। 2014 के आम चुनाव में यह 15 फीसदी और गिरा तथा दिल्ली चुनाव में इसे 9.7 फीसदी मत मिला।
कांग्रेस के हजारों पारंपरिक समर्थक राष्ट्रीय राजधानी में हुए चुनाव में आम आदमी पार्टी की तरफ चले गए। आप ने हाल में हुए दिल्ली विधानसभा चुनाव में 67 सीटें जीत ली, जबकि तीन सीटें भाजपा के खाते में गईं, वहीं कांग्रेस खाता भी नहीं खोल पाई।
कभी देश के सभी राज्यों में शासन कर चुकी कांग्रेस मौजूदा समय में सिर्फ असम, केरल, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, मिजोरम, मेघालय, कर्नाटक और अरूणाचल प्रदेश में सत्ता में है।