लखनऊ। मूसलाधार बारिश। सभी छिपने की ओट ढूंढ़ रहे थे। आधे घंटे तक होने वाली बरसात मानो रुकेगी ही नहीं। लग रहा था कि सारी तैयारी धरी की धरी रह जाएगी, लेकिन धीरे-धीरे भगवान इंद्र ने कृपा दिखानी शुरू की। बरसात रुकी।
पिछले 27 साल से सत्तासुख से बाहर रहने से बीमार हो चुके कांग्रेसी अपनी-अपनी कुर्सियां संभालने लगे। रैंप पर राहुल के आते ही वे जोश से भर गए। उछल-उछल कर नारे लगाने लगे। बरसात से छाई मायूसी पूरी तरह से छंट गई।
सवाल-जवाब शुरू हुआ। कार्यकर्ताओं के एक-एक सवाल का राहुल ने सधा जवाब दिया। कार्यकर्ताओं से राहुल के सलीके से बातचीत कर उन्हें लुभया। शायद यह पीके के टिप्स का असर था।
राहुल ने कार्यकर्ताओं के मन को छूने की कोशिश की। भावनाओं को कुरेदा। वर्तमान सत्ता के विरुद्ध उनके मन में आक्रोश भरा। खुद में भरोसा रखने को प्रेरित किया। कांग्रेस के पक्ष में बोलने की नसीहत दी। खिलाफ बोलने वालों को नसीहत भरी चेतावनी व अनुशासन में रहने का सबक दिया।
दलित, मुसलमान और समाज के हर वर्ग के गरीब के हित में संघर्ष करने का भरोसा जताते समय हर्षित कांग्रेसियों को देख लग रहा था कि 27 साल से सत्तासुख से बाहर रहते हुए बीमार हो चुकी कांग्रेस को अब संजीवनी मिल गई।
भाजपा, सपा और बसपा पर वार कर कार्यकर्ताओं में यह भरोसा कि वे किसी भी दल से कमजोर नहीं हैं। बिजली के अभाव में यूपी में उद्योग लगाने को उद्यमियों के तैयार न होने पर कटाक्ष कर बसपा के हाथी और सपा के साइकिल के लिए बिजली की जरूरत न होने का कारण बता चुटकी ली।
बीच-बीच में कांग्रेस और राहुल के पक्ष में लगने वाले नारे इस भरोसे को और पुष्ट कर रहे थे। बाहर निकल रहे कांग्रेसियों में भी इस बात की चर्चा रही कि अब कांग्रेस एक बार फिर अपने पैरों पर खड़ा होने की ओर बढ़ने लगी है। शायद यह पीके के टिप्स का ही असर है।
जनता दर्शन शुरू करेंगे राहुल गांधी
कांग्रेस के ‘यूपी उद्घोष’ कार्यक्रम के तहत जनपद भदोही से आए कांग्रेस कार्यकर्ता विकास यादव ने अपनी पीड़ा बताते हुए कहा कि हम लोगों को आप से मिलने में काफी कठिनाई होती है। इस पर तुरन्त राहुल ने कहा कि अब किसी को हमसे मिलने में कोई परेशानी नहीं होगी। उन्होंने कहा कि हम शीघ्र ही प्रत्येक सप्ताह जनता दर्शन शुरू करेंगे।
राहुल ने भी कार्यकर्ता के साथ ली सेल्फी
कार्यकर्ताओं से संवाद के दौरान संचालन कर रही कांग्रेस की प्रवक्ता डा. रीता बहुगुणा जोशी ने राहुल गांधी से कहा कि राहुल जी आप को लोग नजदीक से देखना चाहते हैं। एक बार आप रैम्प पर एक दम किनारे तक चले जाएं। इस दौरान रैम्प से गुजरते हुए लोग सेल्फी लेने की कोशिश की तो राहुल ने स्वयं रैम्प के किनारे आकर कार्यकर्ता को बुलाकर उसको सीने से लगाकर सेल्फी खिंचाई।
कार्यक्रम में प्रदेश प्रभारी गुलाम नबी आजाद, प्रदेश अध्यक्ष राज बब्बर, कांग्रेस की मुख्यमंत्री की उम्मीदवार शीला दीक्षित राजसभा सदस्य संजय सिंह, प्रमोद तिवारी, डा. रीता बहुगुणा जोशी और विधायक आराधना मिश्रा मोना भी शामिल हुईं।